चौथा टेस्ट: शीर्ष पर बने रहने के इरादे से उतरेगा भारत
टेस्ट सीरीज अपने नाम कर चुकी भारतीय टीम आज से शूरू हो रहे चौथे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज को हराकर दौरे का अंत शानदार ढंग से करना चाहेगी।
पोर्ट ऑफ स्पेन। दो शानदार जीत के साथ सीरीज अपने नाम करने से भारतीय टीम का आत्मविश्वास काफी ऊंचा है। ऐसे में विराट की सेना आज से शुरू हो रहे चौथे और आखिरी टेस्ट को जीतकर सीरीज में वेस्टइंडीज को 3-0 से हराना चाहेगी। साथ ही उसका इरादा टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान बरकरार रखने का होगा।
श्रीलंका ने घरेलू टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से हराकर पहले स्थान से हटा दिया है, जिससे भारत टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गया। उसे इस स्थान पर बने रहने के लिए आखिरी टेस्ट में हर हाल में वेस्टइंडीज को हराना होगा। भारतीय टीम को और ज्यादा आक्रामक प्रदर्शन करना होगा, जो इस सीरीज में सेंट लूसिया टेस्ट के चौथे और पांचवें दिन को छोड़कर नजर नहीं आया।
धवन या विजय :
कप्तान विराट कोहली ने साफ कर दिया है कि रोहित शर्मा पांचवें नंबर पर उतरेंगे और वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे। शिखर धवन ने पहले मैच में 84 रन बनाने के बाद से कोई खास योगदान नहीं दिया है। सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने एक शतक और एक अर्धशतक के साथ 243 रन बनाए हैं। ऐसे में देखना होगा कि पिछले मैच में बाहर रहे मुरली विजय की वापसी होती है या नहीं। बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने पहले ही कहा था कि विजय अंगूठे की चोट से उबर चुके हैं। उनके खेलने पर चेतेश्वर पुजारा को बाहर रहना पड़ सकता है। कोहली ने 251 रन बनाए हैं, लेकिन इसमें पहले टेस्ट में बनाया गया दोहरा शतक भी शामिल है।
गेंदबाजी में बदलाव संभव :
भारतीय गेंदबाजी आक्रमण में भी बदलाव संभव है। लंबा सत्र होने के कारण भारत को 13 टेस्ट और खेलने हैं। ऐसे में इशांत शर्मा और मुहम्मद शमी पर से जिम्मेदारी कम करनी होगी। उमेश यादव और शार्दुल ठाकुर को मौका दिया जा सकता है, बशर्ते कोहली का इरादा प्रयोग करने का हो। रविचंद्रन अश्विन ने सीरीज में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। दो शतक जडऩे के अलावा वह दो बार पारी में पांच विकेट ले चुके हैं। उन्होंने सीरीज में 235 रन बनाने के साथ ही 16 विकेट भी लिए हैं। उन्होंने दोनों बार मुश्किल हालात में रन बनाए और जरूरत के समय विकेट झटके। अश्विन अगर मैन ऑफ द सीरीज के प्रबल दावेदार हैं तो शमी का प्रदर्शन भी अनदेखा नहीं किया जा सकता। उन्होंने घुटने की चोट के कारण डेढ़ वर्ष तक बाहर रहने के बाद वापसी की है। तीन मैचों में 11 विकेट लेने वाले शमी नई और पुरानी गेंद से काफी प्रभावी रहे हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज के सबसे अनुभवी बल्लेबाजों मर्लोन सैमुअल्स और डेरेन ब्रावो को परेशान किया है।
कड़ी चुनौती देना चाहेगी मेजबान टीम :
दूसरी ओर, वेस्टइंडीज की टीम एक बार फिर घुटने टेकने से बचना चाहेगी। जमैका में रोस्टन चेस के शतक के बाद मेजबान टीम के लिए हालात अच्छे नजर आने लगे थे। उन्होंने तीसरे टेस्ट में भारत की पहली पारी में पांच विकेट 130 रन के भीतर गिरा दिए थे, लेकिन अनुभवहीनता के चलते गेंदबाजों ने मैच गंवा दिया। अब आखिरी मैच में मेजबान टीम कड़ी चुनौती देना चाहेगी। ऐसे में एक बार फिर उम्मीदें मर्लोन सैमुअल्स और डेरेन ब्रावो पर टिकी होंगी। पिछले मैच में हार के बावजूद टीम में बदलाव की संभावना नजर नहीं आ रही है।