जीत की लय कायम रखना चाहेंगे लायंस, सामने हैं मुंबई की चुनौती
ये मैच रात 8 बजे शुरू होगा।
राजकोट, प्रेट्र। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर पर शानदार जीत दर्ज करने के बाद गुजरात लायंस का आत्मविश्वास ऊंचा है। ऐसे में जब वह आज शाम यहां खिताब की दावेदार मुंबई इंडियंस के खिलाफ आइपीएल-10 के मुकाबले में उतरेगी तो उसका उद्देश्य अपने खेल के स्तर को ऊंचा उठाए रखने का होगा। ये मैच रात 8 बजे शुरू होगा।
लायंस उम्मीद कर रहे होंगे कि उनके कप्तान सुरेश रैना पूरी तरह से फिट हों। रैना ने पिछले मैच में 30 गेंदों पर नाबाद 34 रन बनाए थे, लेकिन क्षेत्ररक्षण के समय उनके कंधे में चोट लगी थी और बल्लेबाजी करते समय उनके काफी दर्द भी हो रहा था। यह भारतीय क्रिकेटर अब तक टूर्नामेंट में 309 रन बना चुका है और वह टीम को ऐसी नाजुक स्थिति में छोड़कर आराम करना पसंद नहीं करेंगे।
प्लेऑफ का प्लान
टूर्नामेंट में दोनों टीमों के प्रदर्शन की बात की जाए तो मुंबई ने अपने आठ मुकाबलों में से छह जीते हैं, जबकि गुजरात को इतने ही मैचों में सिर्फ तीन में जीत मिली है। मुंबई को दोनों ही बार राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के खिलाफ हार झेलनी पड़ी, जिसमें से उसे दूसरी हार तो उसके पिछले मुकाबले में मिली। सबसे संतुलित टीमों में से एक नजर आ रही मुंबई का प्रमुख उद्देश्य जल्द से जल्द दो मुकाबले और जीतने का होगा, जिससे वो प्लेऑफ में अपनी जगह सुनिश्चित कर सके। दूसरी ओर, गुजरात को अपने अगले छह मुकाबलों में से पांच में जीत दर्ज करनी होगी, जिससे उसकी लगातार दूसरे साल प्लेऑफ में पहुंचने की संभावना बनी रहे। ड्वेन ब्रावो की चोट की वजह से लायंस की टीम का संतुलन बिगड़ा है, लेकिन बेंगलूर को उसी के घर में हराकर उसने लय हासिल की है।
गुजरात के पास विविधता
गुजरात के लिए जेम्स फॉकनर और एंड्यू टाइ ने विविधता भरी गेंदबाजी की है। इसी तरह ब्रेंडन मैकुलम और एरोन फिंच शीर्ष क्रम में मददगार साबित हुए हैं। गुजरात को नई प्रतिभा के रूप में बासिल थांपी मिले हैं जो अच्छी यॉर्कर करा लेते हैं। नाथू सिंह अपनी प्रतिभा की झलक दे चुके हैं। मध्य क्रम में दिनेश कार्तिक पर भरोसा किया जा सकता है।
संतुलित है मुंबई की टीम
मुंबई के पास शीर्ष क्रम में जोस बटलर जैसा सलामी बल्लेबाज है। टीम के पास कप्तान रोहित शर्मा और कीरोन पोलार्ड के रूप में विस्फोटक बल्लेबाज हैं, जो अपना दिन होने पर मैच विजेता साबित होते हैं। पांड्या बंधु, क्रुणाल और हार्दिक के साथ दोनों मिशेल, जॉनसन और मैक्लेनाघन बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में महारत हासिल रखते हैं। जसप्रीत बुमराह की मौजूदगी का मतलब होगा कि खराब फॉर्म में चल रहे लसित मलिंगा को अंतिम-11 में मौका नहीं मिलेगा। सबसे अंत में और सबसे अहम बात यह कि हरभजन सिंह ने अब तक सात मैचों में 26 ओवर करने के बावजूद सिर्फ 5.88 की दर से रन खर्च किए हैं। किसी भी मैच में बल्लेबाज उन पर हावी नहीं हो सके हैं।