विजय अभियान जारी रखने उतरेगी केकेआर, दिल्ली को चाहिए पहली जीत
आज आइपीएल-7 के छठे मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली डेयरडेविल्स की टीमें आमने सामने होंगी। ये वही दिल्ली की टीम है जिसके कप्तान कभी मौजूदा केकेआर कप्तान गौतम गंभीर हुआ करते थे। अपने पहले मैच में मजबूत मुंबई इंडियंस की टीम को हराने के बाद जहां केकेआर के हौसले बुलंद होंगे वहीं अपने पहले मुकाबले में बैंगल
दुबई। आज आइपीएल-7 के छठे मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली डेयरडेविल्स की टीमें आमने सामने होंगी। ये वही दिल्ली की टीम है जिसके कप्तान कभी मौजूदा केकेआर कप्तान गौतम गंभीर हुआ करते थे। अपने पहले मैच में मजबूत मुंबई इंडियंस की टीम को हराने के बाद जहां केकेआर के हौसले बुलंद होंगे वहीं अपने पहले मुकाबले में बैंगलोर के खिलाफ हार झेलने वाली दिल्ली की टीम अपनी पहली जीत दर्ज करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी।
दिल्ली की टीम यूं तो इस बार बदली-बदली सी है, टीम के नए रूप से काफी उम्मीदें थी लेकिन बैंगलोर के खिलाफ अपने पहले मैच में वे पूरी तरह से बेअसर नजर आए। रॉस टेलर और जेपी डुमिनी जैसे स्टार बल्लेबाजों ने पहले मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को एक समय मुश्किल स्थिति से जरूर निकाला था लेकिन विजय-मयंक की सलामी जोड़ी और दिनेश कार्तिक की असफलता चिंता का विषय होगी। टीम के गेंदबाजों मोहम्मद शमी और वेन पार्नेल से सबसे ज्यादा उम्मीदें होंगी। पहले मैच में पार्नेल ने तो एक भी विकेट नहीं लिया था लेकिन शमी के खाते में एक सफलता जरूर आई थी।
वहीं, अगर 2012 की चैंपियन टीम केकेआर की बात करें तो फिलहाल उनके लिए सब अच्छा-अच्छा होता नजर आ रहा है। पहले मैच में उनके सबसे अनुभवी खिलाड़ी जैक कैलिस (72) की शानदार बल्लेबाजी और पिछले आइपीएल सीजन को देखते हुए मनीष पांडे का लय में लौटना टीम के हित में रहेगा। हालांकि यूसुफ पठान, शाकिब और उथप्पा का टेस्ट अभी बाकी है। कप्तान गौतम गंभीर भी पहले मुकाबले में महज 8 गेंदें ही खेल सके थे और शून्य पर मलिंगा की यॉर्कर का शिकार हो गए थे। दिल्ली के खिलाफ फैंस की नजर अपने इस कप्तान पर भी टिकी होंगी। वहीं, गेंदबाजों में पिछले मुकाबले के हीरो कैरेबियाई स्पिनर सुनील नरेन एक बार फिर केकेआर का ट्रंप कार्ड होंगे। नरेन ने पहले मुकाबले में मुंबई के खिलाफ जीत में अहम भूमिका निभाई थी और 4 ओवर में 20 रन देकर 4 विकेट झटके थे। वहीं मोर्ने मोर्कल, पीयूष चावला और शाकिब जैसे गेंदबाजों से एक बार फिर काफी उम्मीदें होंगी।