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जीवन की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं मैकुलम

ब्रेंडन मैकुलम भारत में हैं। यूएई हो, भारत या न्यूजीलैंड उनकी खेल की शैली एक सी है। वह ग्लेन मैक्सवेल के सिर पर सजी पर्पल कैप को कड़ी चुनौती दे रहे हैं। वैसे ड्वेन स्मिथ भी इस होड़ में ज्यादा पीछे नहीं हैं। यह वेस्टइंडियन बल्लेबाज रनों और स्ट्राइक रेट के मामले में मैकुलम से आगे है। मगर ब्रेंडन पारी की

By Edited By: Published: Sun, 04 May 2014 11:48 AM (IST)Updated: Sun, 04 May 2014 12:16 PM (IST)
जीवन की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं मैकुलम

(रवि शास्त्री का कॉलम)

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ब्रेंडन मैकुलम भारत में हैं। यूएई हो, भारत या न्यूजीलैंड उनकी खेल की शैली एक सी है। वह ग्लेन मैक्सवेल के सिर पर सजी पर्पल कैप को कड़ी चुनौती दे रहे हैं। वैसे ड्वेन स्मिथ भी इस होड़ में ज्यादा पीछे नहीं हैं। यह वेस्टइंडियन बल्लेबाज रनों और स्ट्राइक रेट के मामले में मैकुलम से आगे है। मगर ब्रेंडन पारी की शुरुआत से ही आक्रामक रुख अख्तियार कर लेते हैं, जिसके बाद विपक्षी टीम दबाव में आ जाती है। एक समय तो ऐसा लगता है कि वह हर गेंद को मैदान के बाहर मार देंगे।

शुक्रवार को मैकुलम ने इस आइपीएल के संभवत: सबसे मजबूत गेंदबाजी विभाग के समक्ष शानदार खेल दिखाया। उन्होंने हर गेंदबाज के खिलाफ करीब सौ से अधिक की स्ट्राइक रेट से रन बनाए, सुनील नरेन की गेंदों पर भी। मैकुलम पर नीलामी में कई दूसरी टीमों ने भी दांव लगाया, लेकिन धौनी और स्टीफन फ्लेमिंग हर हाल में उन्हें अपनी टीम में चाहते थे। धौनी ने न्यूजीलैंड दौरे पर विकेट के पीछे लंबे समय तक मैकुलम की बल्लेबाजी देखी थी। फ्लेमिंग खुद उसी देश से ताल्लुक रखते हैं, जहां से मैकुलम आते हैं। वह किसी भी अन्य की तुलना में उन्हें बेहतर जानते हैं। दायें हाथ के इस बल्लेबाज के खाते में टी-20 इतिहास के सबसे ज्यादा अर्धशतक और रन हैं। मैकुलम पहले से कहीं ज्यादा फिट और रनों के भूखे नजर आ रहे हैं। उनमें इतनी ऊर्जा नजर आ रही है जितनी कि उनसे आधी उम्र के व्यक्ति में होती है। उनके पुल सांस रोक देने वाले हैं। कोई भी गेंद जो हल्की सी भी शॉर्ट हो, उसे वह आसानी से बाउंड्री पार भेज देते हैं। विकेट के दोनों ओर उनके ड्राइव आंखों को सुकून पहुंचाने वाले हैं। वह समय-समय पर रिवर्स स्वीप और स्कूप जैसे गैर पारंपरिक शॉट खेलकर भी रन हासिल करते हैं।

मैकुलम और आइपीएल दोनों ही सत्र दर सत्र परिपक्व हुए हैं। 2008 में बेंगलूर में वह मैकुलम ही तो थे, जिन्होंने 73 गेंद पर 158 रन की धुआंधार पारी खेलकर आइपीएल का यादगार आगाज किया था। मैकुलम उसके बाद कभी भी उस ऊंचाई पर नहीं पहुंच सके, जो उन्होंने तब हासिल की थी, लेकिन मौजूदा समय में वह अपनी जिंदगी की सबसे बेहतरीन फॉर्म में हैं। मैकुलम ऊंची लहरों पर सवार हैं और अब उसके थमने की फिलहाल कोई उम्मीद नहीं दिख रही है।

(टीसीएम)


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