बॉलिंग कोच न ले जाने का फैसला कुंबले का थाः गांगुली
वेस्टइंडीज दौरे पर बॉलिंग कोच न भेजे जाने के मामले में सौरव गांगुली ने कहा कि ये अनिल कुंबले का फैसला था।
नई दिल्ली। सौरव गांगुली ने मिड-डे को दिए एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि आखिर भारतीय टीम के साथ वेस्टइंंडीज दौरे पर कोई गेंदबाजी कोच क्यों नहीं गया है। टीम में संजय बांगर के रूप में बैटिंग कोच मौजूद है जबकि फील्डिंग कोच के रूप में अभय शर्मा हैं लेकिन गेंदबाजी कोच नहीं है। आखिर ये फैसला क्यों और कैसे हुआ, आइए जानते हैं।
गांगुली से जब पूछा गया कि आखिर गेंदबाजी कोच न भेजने का फैसला किसका था तो इस पर उन्होंने कहा, 'ये अनिल (कुंबले) का फैसला है। वो खुद एक गेंदबाज रहे हैं शायद इस वजह से उन्होंने ऐसा किया हो। मैंने अखबारों में पढ़ा है कि कुंबले बाद में तेज गेंदबाजी कोच रख सकते हैं। मैं यहां इस बात को साफ कर देना चाहता हूं कि कुंबले के सहायक कोचों को चुनने में लक्ष्मण या सचिन की कोई भूमिका नहीं होगी।' जब गांगुली से ये पूछा गया कि क्या तेज गेंदबाजी कोच के रूप में जहीर खान को मौका मिल सकता है तो उन्होंने कहा, 'इसके बारे में मुझे अभी कोई जानकारी नहीं है। बीसीसीआइ को देखना होगा कि जहीर पूरे साल के लिए उपलब्ध हैं या नहीं।'
वहीं, रवि शास्त्री से जुड़े मामले व विवाद के बारेे में जब गांगुली से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में काफी कुछ कहा जा चुका है और अब वो कुछ कहना नहीं चाहते। वहीं, गांगुली से जब ये सवाल पूछा गया कि क्या शास्त्री को बैटिंग कोच का पद ऑफर किया गया था तो दादा ने कहा, 'हां, हमने रवि को बल्लेबाजी कोच का पद ऑफर किया था।'