अपने करियर से संतुष्ट हूं : रैना
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गुरुवार को दस वर्ष पूरे करने वाले और फिलहाल नीदरलैंड्स में फिटनेस ट्रेनिंग कर रहे टीम इंडिया और चेन्नई सुपर किंग्स के 28 वर्षीय स्टार बल्लेबाज सुरेश रैना ने जागरण से विशेष बातचीत की।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गुरुवार को दस वर्ष पूरे करने वाले और फिलहाल नीदरलैंड्स में फिटनेस ट्रेनिंग कर रहे टीम इंडिया और चेन्नई सुपर किंग्स के 28 वर्षीय स्टार बल्लेबाज सुरेश रैना ने जागरण से विशेष बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश.
आपने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में एक दशक बिता लिया। कैसा रहा यह सफर?
मेरा करियर जिस तरह से बढ़ा और जहां पर है, उससे मैं संतुष्ट हूं। ये शानदार सफर रहा। मैं आगे भी इसी तरह का प्रदर्शन कर भारत का नाम रोशन करना चाहता हूं। इसके लिए मैं अपने परिवार, दोस्तों, चयनकर्ताओं, बीसीसीआइ, टीम के साथियों और सबसे ज्यादा क्रिकेट प्रशंसकों को शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।
श्रीलंका दौरे में टेस्ट टीम में नहीं चुना गया। क्या आपको अभी तक टेस्ट बल्लेबाज के तौर पर स्वीकार नहीं किया गया है?
जल्द ही चयनकर्ता यह मान लेंगे कि मैं टेस्ट बल्लेबाज हूं। कुछ प्रथम श्रेणी मैच खेलूंगा और उसमें अच्छा प्रदर्शन करके टेस्ट टीम में फिर से जगह बनाऊंगा।
नीदरलैंड्स और अमेरिका में फिटनेस ट्रेनिंग के पीछे क्या वजह हैं?
मैं बुधवार को ही नीदरलैंड्स पहुंचा हूं। यहां एक फुटबॉल टीम के साथ फिटनेस ट्रेनिंग की। हालांकि गुरुवार को बारिश के कारण सिर्फ जिम से ही काम चलाना पड़ा। 31 को अमेरिका जा रहा हूं। यहां लॉस एंजिल्स और कैलिफोर्निया में बेसबॉल और फुटबॉल प्रशिक्षक के साथ ट्रेनिंग करूंगा। इसमें हाई एल्टीट्यूड ट्रेनिंग भी शामिल है। यह शारीरिक और मानसिक मजबूती दोनों के लिए कारगर साबित होगी। आगे बड़े दौरे और घरेलू सत्र आने वाला है। इसमें यह सहायक साबित होगा।
आपकी निगाह में दक्षिण अफ्रीका का बड़ा दौरा होगा?
हां वह तो है ही लेकिन अभी उसमें काफी समय है। उससे पहले मैं एयर इंडिया टूर्नामेंट और जेपी आत्रे टूर्नामेंट में खेलने उतरूंगा।
अगर सीएसके दो साल के लिए आइपीएल से बाहर हो जाती है तो आप दो साल इंतजार करेंगे या नई टीम में जाएंगे?
मुझे नहीं पता कि बीसीसीआइ क्या फैसला लेने वाला है। हमें बोर्ड के फैसले का इंतजार करना होगा। इतना जरूर कहूंगा कि अगर अगले दो सत्र में मैं सीएसके से नहीं खेल पाऊंगा तो यह मेरे लिए काफी दुखद होगा। सीएसके के साथ काफी अच्छी यादें जुड़ी हुई हैं और उसमें शामिल बड़े-बड़े खिलाडि़यों से मैंने काफी कुछ सीखा है।
पिछले दिनों ललित मोदी ने ट्वीट किया था कि रैना, ब्रावो और जडेजा ने एक बुकी से उपहार लिए हैं। इस पर आपने कभी ठोस जवाब नहीं दिया?
मुझे जो कहना था पहले ही कह दिया। सबसे बड़ी बात है कि आइसीसी और बीसीसीआइ ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया है। उनकी तरफ से क्लीन चिट मिल गई है।
रिति स्पोर्ट्स क्यों छोड़ी? क्या बोर्ड के 'हितों का टकराव नहीं' करार से इसका कोई लेना-देना है?
आइओएस के निदेशक नीरव से काफी समय से मेरी बात हो रही थी। सिर्फ और सिर्फ बढि़या प्रबंधन के लिए मैंने रिति स्पोर्ट्स की जगह आइओएस से करार किया है।