टेस्ट में मचा रहे हैं धमाल, क्या वनडे में भी करेंगे कमाल ?
टेस्ट क्रकेट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन के बूते लगभग दो वर्षों के बाद वनडे टीम में वापसी करने वाले बल्लेबाज मुरली विजय के लिए जिम्बाब्वे दौरा बड़ा ही चुनौती भरा रहने वाला है। विजय ने टेस्ट क्रिकेट में जिस तरह की बल्लेबाजी की है वैसी वनडे क्रिकेट में नहीं कर
नई दिल्ली। टेस्ट क्रकेट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन के बूते लगभग दो वर्षों के बाद वनडे टीम में वापसी करने वाले बल्लेबाज मुरली विजय के लिए जिम्बाब्वे दौरा बड़ा ही चुनौती भरा रहने वाला है। विजय ने टेस्ट क्रिकेट में जिस तरह की बल्लेबाजी की है वैसी वनडे क्रिकेट में नहीं कर पाए हैं। रिकॉर्ड भी इस बात की गवाही देता है कि वो टेस्ट क्रिकेट में जितने सफल हैं वनडे में उसके आसपास भी नहीं हैं। जाहिर है ये दौरा मुरली के लिए वनडे में खुद को साबित करने का एक बड़ा मौका है।
मुरली का वनडे करियर
वर्ष 2010 में अपने वनडे करियर की शुरुआत करने वाले विजय अब तक सिर्फ 14 वनडे मैच ही खेल पाए हैं। इन मैचों में उन्होंने 19.46 की औसत से 253 रन बनाए हैं। वनडे क्रिकेट में उनके नाम एक भी शतक या अर्धशतक नहीं है। भारत के लिए उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच वर्ष 2013 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था।
टेस्ट क्रिकेट में मुरली का प्रदर्शन
टेस्ट क्रिकेट में मुरली विजय का प्रदर्शन वनडे के मुकाबले काफी अच्छा रहा है। विजय अपनी धरती पर ही नहीं विदेशों में भी रन बनाने में सफल रहे है्ं। हाल की में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए एकमात्र टेस्ट में भी उन्होंने 150 रन की पारी खेली थी। 32 टेस्ट मैचों में उन्होंने 41.75 की औसत से 2338 रन बनाए हैं और उनके नाम 6 शतक भी है।