आखिर धौनी क्यूं हैं परेशान ?
इंग्लैंड पर ऑस्ट्रेलिया की जीत के साथ भारतीय टीम की त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें तो बरकरार हैं, लेकिन खिताबी मुकाबले में जगह बनाने के लिए भारत को अपने अगले दोनों मैच जीतने होंगे और टीम में मौजूद परेशानियों को देखते हुए यह काम आसान नजर नहीं
नई दिल्ली। इंग्लैंड पर ऑस्ट्रेलिया की जीत के साथ भारतीय टीम की त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें तो बरकरार हैं, लेकिन खिताबी मुकाबले में जगह बनाने के लिए भारत को अपने अगले दोनों मैच जीतने होंगे और टीम में मौजूद परेशानियों को देखते हुए यह काम आसान नजर नहीं आ रहा है।
भारतीय कप्तान के सामने सबसे बड़ी परेशानी खिलाडिय़ों की चोट है। रोहित शर्मा, इशांत शर्मा और रवींद्र जडेजा अभी तक अपनी-अपनी चोट से पूरी तरह से उबर नहीं पाए हैं। एक दिन के आराम के बाद जब टीम इंडिया र को अभ्यास पर लौटी तो इशांत और जडेजा भी साथ थे। स्वेच्छिक सत्र में उन्होंने थोड़ी बहुत गेंदबाजी करके यह तो जतला दिया कि विश्व कप तक वे पूरी तरह फिट हो जाएंगे, लेकिन रोहित शर्मा उन तीन खिलाडिय़ों में शामिल रहे जो ट्रेनिंग सत्र में भाग लेने नहीं पहुंचे। रोहित के अलावा विराट कोहली और आर अश्विन भी मैदान पर नहीं पहुंचे।
मौजूदा दौरे पर गेंदबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। चोट से उबरने के बाद एक टेस्ट और दो वनडे खेल चुके भुवनेश्वर कुमार विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं। अगले मैच में उनकी जगह किसी अन्य गेंदबाज को मौका दिया जाना चाहिए, लेकिन धौनी यहां विकल्पहीन हैं। मौजूदा भारतीय पेस अटैक में इशांत सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं। वह गेंदबाजी विभाग को संतुलन प्रदान करते हैं, लेकिन घुटने में दर्द की वजह से वनडे सीरीज के शुरुआती दोनों मैच नहीं खेल सके इशांत की कमी आगामी दोनों मैचों कप्तान धौनी को अखर सकती है।
सबसे बड़ी समस्या रोहित का अनफिट होना है। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन लगातार रन बनाने में नाकाम रहे हैं। धौनी ने उनके खराब फॉर्म को देखते हुए कहा भी था कि एक दो मैच के लिए उन्हें ब्रेक दिए जाने से उन्हें फायदा हो सकता है। धौनी सलामी बल्लेबाज धवन को आराम देने का मूड बना चुके हैं, इसके बावजूद धवन को अगले मैच से बाहर नहीं किया जा सकता क्योंकि रोहित के चोटिल होने से भारत के पास विकल्प नहीं बचते हैं। अगले मैच में भी धवन और अजिंक्य रहाणे से ही पारी का आगाज करवाना धौनी की मजबूरी होगी।