खुद ही काट दी थीं अपनी दो अंगुलियां, फिर 21 की उम्र में तोड़ डाला था वर्ल्ड रिकॉर्ड
आज ये पूर्व महान खिलाड़ी 80 साल का हो गया है। उनके जैसा ऑलराउंडर आज तक नहीं हुआ।
नई दिल्ली, [शिवम् अवस्थी]। क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे दिग्गज हुए जिन्होंने महान रिकॉर्ड्स अपने नाम किए लेकिन कुछ ही खिलाड़ी ऐसे हुए जिन्होंने इस खेल के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अपना नाम सदा के लिए दर्ज करा दिया। इन्हीं में से एक थे वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान व दिग्गज ऑलराउंडर सर गार्फील्ड सोबर्स। क्रिकेट इतिहास के 5 सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शुमार गैरी सोबर्स आज 80 साल के हो गए हैं। उनकी कहानी बेहद दिलचस्प रही है।
- अपने हाथ से ही काट दी थीं अपनी दो अतिरिक्त अंगुलियां
जन्मदिन विशेष: सर गैरी सोबर्स ने दी क्रिकेट को नई ऊंचाईयां
गैरी सोबर्स का बचपन काफी संघर्ष में बीता था। जन्म सेे ही उनके दोनों हाथों में एक-एक अंगुली अतिरिक्त थी। इससे उनको काफी दिक्कत होती थी तो एक दिन उन्होंने चाकू से खुद इनको काट दिया। जब वो पांच साल के थे तो उनके पिता नहीं रहे। गैरी बचपन से ही खेल में दिलचस्प थे। चाहे वो क्रिकेट हो, फुटबॉल हो या बास्केटबॉल। हालांकि उन्होंने क्रिकेट में ही करियर आगे ले जाने का फैसला किया और 13 साल की उम्र में बारबाडोस की दो जूनियर टीमों ने एक साथ साइन कर लिया। उन्होंने अपना प्रथम श्रेणी क्रिकेट का पहला मैच 16 की उम्र में खेला और 1954 में 17 की उम्र में टेस्ट क्रिकेट का पहला मैच खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आगाज किया।
- जब 365 रन की ऐतिहासिक पारी से पाकिस्तान को पस्त किया
अपनी शुरुआती 22 टेस्ट पारियों में वो लगभग ज्यादातर पारियों में अच्छा खेले लेकिन फिर भी वो बड़ा स्कोर बनाने में असफल रहे थे और उनका सर्वश्रेष्ठ था 66 रन। इसकी वजह से उनके प्रशंसक भी उनकी आलोचना करने लगे थे। फिर गैरी ने वो किया जिसका अंदाजा किसी को नहीं था। गैरी ने 1958 में पाकिस्तान के खिलाफ किंग्सटन टेस्ट में अपना पहला शतक जड़ा और इस पारी को वो 365 रनों की रिकॉर्ड पारी तक खींच ले गए। जिसके साथ ही उस समय 21 साल के इस खिलाड़ी ने 364 रन का वो विश्व रिकॉर्ड भी तोड़ दिया था जो 1938 में इंग्लैंड के लेन हटन ने बनाया था। गजब बात ये रही थी कि गैरी की उस 614 मिनट की लंबी पारी में एक भी छक्का नहीं लगा था बल्कि उन्होंने 38 चौकों के दम पर ये मुकाम हासिल किया था। उन्हें 1964 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द इयर चुना गया और उसी साल वो वेस्टइंडीज के कप्तान भी बन गए। मार्च 1974 में इस महान खिलाड़ी ने अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला। उन्होंने अपने करियर में सिर्फ एक वनडे मैच खेला था और एक विकेट लिया था।
- बेमिसाल ऑलराउंडर
सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं, गेंदबाजी में भी बाएं हाथ के इस गेंदबाज का कोई जवाब नहीं था। वो कभी बाएं हाथ के मध्यम तेज गति के गेंदबाज दिखे, कभी स्लो लेफ्ट आर्म ऑर्थोडॉक्स तो कभी चाइनामेन गेंदबाज। उनके पास हर हुनर मौजूद था। जितना प्रभावित उन्होंनेे बल्लेबाजी से किया, उतना ही अपनी गेंदबाजी से भी किया। यही नहीं, फील्डिंग में भी उनका कोई जवाब नहीं था।
- सोबर्स के शानदार आंकड़े
टेस्ट मैच- 93
रन- 8032
शतक- 26
अर्धशतक- 30
सर्वश्रेष्ठ स्कोर- नाबाद 365
विकेट- 235
सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी- 6/73
- प्रथम श्रेणी क्रिकेट
मैच- 383
रन- 28314
विकेट- 1043
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