टी20 विश्व कप से पहले वेस्टइंडीज क्रिकेट में मचा बवाल
टी20 विश्व कप शुरू होने में अब कुछ ही समय बाकी है और इसी बीच वेस्टइंडीज क्रिकेट में एक नया बवाल छिड़ गया है। इस नए बवाल ने 2012 की टी20 विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज के विश्व कप टी20 में हिस्सा लेने पर भी सवालिया निशान लगा दिए हैं। वेस्टइंडीज की
किंग्सटन। टी20 विश्व कप शुरू होने में अब कुछ ही समय बाकी है और इसी बीच वेस्टइंडीज क्रिकेट में एक नया बवाल छिड़ गया है। इस नए बवाल ने 2012 की टी20 विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज के विश्व कप टी20 में हिस्सा लेने पर भी सवालिया निशान लगा दिए हैं। वेस्टइंडीज की टीम इस समय टी20 रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है।
दरअसल, वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने साफ कर दिया है कि जो खिलाड़ी बोर्ड की कॉन्ट्रेक्ट पॉलिसी और आर्थिक मापदंडों को नहीं मानते हैं उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाएगा। बोर्ड ने इसके लिए सभी खिलाड़ियों के सामने रविवार तक की समय सीमा तय की है। इस नए विवाद ने तब तेजी पकड़ी जब 15 सदस्यीय वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड द्वारा दिए गए अनुबंध को स्वीकार करने से मना कर दिया।
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एक तरफ जहां खिलाड़ी अब अपनी जिद पर अड़ गए हैं वहीं वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड भी अपने इरादों से पीछे हटने को अब तैयार नहीं है। वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के चीफ एक्जीक्यूटिव माइकल मुइरहेड ने कहा, 'पहले मैं ये साफ कर दूं कि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड टूर्नामेंट (टी20 विश्व कप) में अपनी टीम को उतारने के लिए प्रतिबद्ध है। कोई भी खिलाड़ी बिना कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर करे वेस्टइंडीज से बाहर नहीं जाएगा। अगर ये खिलाड़ी अनुबंध स्वीकार करने से मना कर देते हैं तो हमारे पास सिर्फ एक ही विकल्प बचेगा और वो ये कि हमें इनकी जगह दूसरे खिलाड़ियों को टीम में जगह देनी होगी।'
गौरतलब है कि इससे पहले वेस्टइंडीज टी20 क्रिकेट टीम के कप्तान ने बोर्ड को एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने साफतौर पर लिखा था कि 'हम इन शर्तों को नहीं मानेंगे' क्योंकि वैश्विक स्तर के बड़े टूर्नामेंटों के लिए जो फीस खिलाड़ियों को चुकाई जाती थी उसकी तुलना में इस बार का कॉन्ट्रैक्ट बेहद हल्का है। सैमी ने साफ कर दिया कि खिलाड़ी देश के लिए खेलना चाहते हैं लेकिन उन्हीं शर्तों पर जो पहले के टूर्नामेंटों के दौरान लागू की गई थीं।