विवो ने अगले 5 साल के लिए हासिल की आइपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप
विवो ने अगले पांच साल के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) की टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल कर ली है।
नई दिल्ली, जेएनएन। मोबाइल कंपनी विवो ने अगले पांच साल के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) की टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल कर ली है। पांच वर्षों की इस स्पॉन्सरशिप के लिए वीवों ने सबसे ज़्यादा बोली लगाई थी। हालांकि बोली लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर भी चीन की ही एक मोबाइल कंपनी ओपो थी। ओपो ने 1430 करोड़ रुपये की बोली थी तो वहीं वीवो ने 2199 करोड़ रुपये की बोली लगाकर टाइटल स्पॉन्सरशिप अपने नाम कर ली।
VIVO retains title sponsorship for IPL 2018-22. They bid Rs.2,199 Crores, 554% increase over the previous contract! pic.twitter.com/6D7RXooTvB
— IndianPremierLeague (@IPL) June 27, 2017
बीसीसीआइ ने 1 अगस्त 2017 से शुरू होकर 31 जुलाई 2022 तक के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं। विवो ने (2016-2017) के लिए टाइटल स्पॉन्सरशिप 100 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की दर से हासिल की थी। यह पेप्सीको से 20 करोड़ रुपये अधिक था जिसने 2013-2015 तक के लिए स्पॉन्सरशिप हासिल की थी।
2014-15 में विवो को पेप्सीको की जगह टाइटल स्पॉन्सर बनाया गया। क्योंकि पेपसीको ने खुद को आइपीएल से अलग करने का फैसला ले लिया था। पेप्सी ने पांच साल के लिए 396 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी हालांकि उसने तीन साल बाद ही खुद को इस टूर्नामेंट से अलग कर लिया था। विवो अब हर साल के लिए पेप्सीको के मुकाबले लगभग-लगभग 5 गुना अधिक भुगतान कर रहा है। आइपीएल का सबसे पहला टाइटल स्पॉन्सर डीएलएफ था। उसने भी 10 साल के अनुबंध को पूरा किए बिना ही पांच साल के बाद ही खुद को इस टूर्नामेंट से अलग करने का फैसला कर लिया था।