कहीं टीम इंडिया के लिए 'संकट' ना खड़े कर दें ये दिग्गज खिलाड़ी, फिर कैसे बचेगा ताज़?
टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी के लिए रवाना हो चुकी है। लेकिन इस टीम के दिग्गज खिलाड़ी अपनी साथ एक मुश्किल भी ले गए है। उन्हें इससे जल्द ही पार पाना होगा।
नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) भले ही खत्म हो गई है, लेकिन यह भारत के लिए कई सवाल खड़ी कर गई है। 47 दिन लंबे आइपीएल के बाद भारतीय टीम बुधवार को इंग्लैंड के लिए निकल गई। वहां एक तारीख से चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होगी। लेकिन उससे पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली सहित कई खिलाड़ियों की फॉर्म चिंता का विषय बनी हुई है।
आइपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर के कप्तान विराट के साथ मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा, सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाज युवराज सिंह, बेंगलूरके ही केदार जाधव और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट महेंद्र सिंह धौनी का हालिया प्रदर्शन टीम प्रबंधन की चिंता का विषय है।
विराट ने आखिरी लीग मैच में भले ही अर्धशतक जमाया हो, लेकिन उनसे जिस तरह के प्रदर्शन की अपेक्षा की जाती है उसकी झलक नहीं दिखी। यही नहीं उनकी टीम बेंगलूर का बुरा हाल रहा। उनकी कप्तानी भी स्तरीय नहीं रही। अब उन्हीं को चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम की कप्तानी करनी है। आइपीएल से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी वह खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। हालांकि यह तर्क दिया जा रहा है कि टेस्ट और टी-20 के इतर चैंपियंस ट्रॉफी का फॉर्मेट अलग है। यहां 50-50 ओवर का मुकाबला होगा और इसमें विराट काफी मजबूत हैं।
इंग्लैंड में खेलना चुनौती : यही नहीं युवराज और महेंद्र सिंह धौनी ने इंग्लैंड के खिलाफ पिछली वनडे सीरीज में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन यह भी समझना होगा कि भारतीय बल्लेबाजों ने कई महीनों से सिर्फ भारतीय पिचों पर ही खेला है। ऐसे में उनके लिए इंग्लैंड की पिच पर अच्छा प्रदर्शन करना और कठिन हो जाएगा।
लय हासिल करने का मौका : हालांकि भारत को पाकिस्तान के खिलाफ बड़े मुकाबले से पहले दो अभ्यास मैच खेलने का मौका मिलेगा। पहला अभ्यास मैच 28 मई को ओवल में न्यूजीलैंड के खिलाफ और दूसरा इसी मैदान पर 30 को बांग्लादेश के खिलाफ होगा। इनके जरिये भारत के आउट ऑफ फॉर्म बल्लेबाजों को फिर से लय पाने का मौका होगा।
सभी पर होगी जिम्मेदारी : अगर गत विजेता भारत को ट्रॉफी बरकरार रखनी है तो सिर्फ विराट ही नहीं रोहित, युवराज और जाधव को भी फॉर्म में वापसी करनी होगी। जहां रोहित ऊपरी क्रम के बल्लेबाज हैं तो वहीं जाधव और युवराज मध्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण हैं। विराट ने खुद युवी और धौनी को टीम इंडिया का पिलर व मध्यक्रम के लिए अहम बताया है। हालांकि युवी इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में शतकीय पारी के बाद कुछ खास नहीं कर पाए हैं। आइपीएल में भी उनका प्रदर्शन फुस्स ही रहा था।
जडेजा भी फॉर्म में नहीं : ऑलराउंडर के तौर में शामिल होने वाले जडेजा भी आउट ऑफ फॉर्म हैं। धौनी ने आइपीएल में कई मौकों पर अच्छा प्रदर्शन किया, पर चैंपियंस ट्रॉफी में उन्हें ऊपरी क्रम में मध्यक्रम में उतारा जा सकता है इसलिए उन्हें बड़ी पारियां खेलनी ही पड़ेंगी। आइपीएल में भी कई मौके ऐसे आए जब वह लाइन मिलाते हुए नजर आए, पर अंतत: उन्होंने अपना मिडास टच पा लिया। हालांकि टीम के लिए राहत की बात यह है कि ओपनर शिखर धवन चोट से वापसी करने के बाद फॉर्म में लौट आए हैं। अजिंक्य रहाणे का भी आइपीएल में प्रदर्शन सधा हुआ रहा है। मनीष पांडे की जगह आए दिनेश कार्तिक ने भी आइपीएल में अच्छे रन बनाए हैं, लेकिन धौनी की उपस्थिति में उनकी टीम में जगह कैसे बनती है यह देखना होगा।