सबसे खूबसूरत स्टेडियम में होगी फाइनल भिड़ंत, इन बातों पर रहेगी नजर
हाड़ की गोद में इस खूबसूरत खेल स्टेडियम का भी 'रीयल टेस्ट' होगा।
अजय अत्री, धर्मशाला। शनिवार को जब टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आमने-सामने होंगी तो यह न केवल विराट कोहली और स्टीव स्मिथ, बल्कि पहाड़ की गोद में इस खूबसूरत खेल स्टेडियम का भी 'रीयल टेस्ट' होगा।
बहरहाल टीम इंडिया धर्मशाला पहुंच चुकी है और स्मिथ एंड कंपनी बुधवार को पहुंच जाएगी। अब तक जिस तरह से यह सीरीज गहमागहमी भरी रही है वैसा ही माहौल यहां भी रहने के पूरे आसार हैं। दोनों ही टीमें सीरीज में 1-1 की बराबरी पर हैं। इससे तय है कि दोनों ओर के खिलाड़ी जीत के लिए पूरा जोर लगाएंगे।
रोमांचक होगा संघर्ष
रांची टेस्ट में कोई परिणाम नहीं निकल पाने की वजह से आखिरी टेस्ट बेहद रोमांचक रहने के पूरे आसार बन गए हैं। विराट ने रांची टेस्ट के बाद कहा है कि धर्मशाला में टीम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। दूसरी तरफ स्मिथ के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पूरी सीरीज में गजब का जुझारूपन दिखाया है। टीम में अंदरूनी और बाहरी चुनौतियों को बखूबी झेला है और टीम इंडिया को उसी के घर में संघर्ष करने को मजबूर कर दिया है।
विराट का भरोसा जडेजा
विराट ने यहां पहुंचते ही अपने स्पिन गेंदबाज रवींद्र जडेजा की जमकर तारीफ की है और आशा जाहिर की है कि वह इस स्टेडियम में भी अपनी बलखाती गेंदों से कंगारू टीम की बल्लेबाजी को मुश्किल कर देंगे। जडेजा पर किए गए ट्वीट पर उन्होंने इस करामाती गेंदबाजी को बॉलिंग मशीन की संज्ञा दी है। जडेजा विराट कोहली के ट्रंपकार्ड रहेंगे। अश्विन भी कमाल कर सकते हैं। अगर उन्होंने अपनी लय पकड़ ली तो मेहमानों के लिए मैच बचा पाना मुश्किल हो जाएगा। इसके अलावा मुहम्मद शमी अगर टीम में शामिल किए जाते हैं तो यहां के मौसम को देखते हुए वो असरदारसाबित हो सकते हैं। वहीं, पिछले मैच में दोहरा शतक ठोकने वाले चेतेश्वर पुजारा और शतक लगाने वाले साहा के प्रदर्शन ने भारत की बल्लेबाजी को गहराई दी है।
गरज सकता है वार्नर का बल्ला
ऑस्ट्रेलियाई खेमे की बात करें तो कप्तान स्टीव स्मिथ सहित सभी खिलाड़ी जुझारूपन दिखाकर मेजबान की जीत की उम्मीदों पर पलीता लगा रहे हैं। रांची में स्मिथ और ग्लेन मैक्सवेल ने पहले शतकीय पारियां खेलीं वहीं दूसरी पारी में शॉन मार्श और पीटर हैंड्सकांब ने भारत को जीत से दूर कर दिया। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के पास स्टीव ओकीफी और नॉथन लियोन के रूप में बढि़या गेंदबाज हैं। वहीं, जोश हेजलवुड की गेंदों की धार धर्मशाला के ठंडे मौसम में पैनी हो सकती है। वार्नर इस सीरीज में अभी तक फ्लाप रहे हैं, लेकिन निर्णायक मैच में उनका बल्ला गरज सकता है। ऑस्ट्रेलिया के लिए वह उन मैचों में कई बार हीरो रह चुके हैं जब बात सीरीज जीत या हार की आती है।
गेंदबाजों का मददगार विकेट
जहां तक विकेट की बात है तो इसका मिजाज मौसम के साथ बदलता है। कभी यह सीम गेंदबाजों को मदद देती है तो कभी यहां स्पिन का जलवा रहता है। याद करिए जब टी-20 विश्व कप में यहां न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को धूल चटा दी थी। लेकिन ग्राउंड्समैन की मानें तो शुरू में यहां तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी और जैसे-जैसे समय बीतेगा स्पिन का जलवा दिखने लगेगा।
27वां टेस्ट सेंटर बनेगा धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश क्रिकेट स्टेडियम (एचपीसीए) धर्मशाला में पहली बार कोई टेस्ट मैच खेला जाना है। बेशक प्रदेशवासियों के लिए यह क्षण गौरव के रहेंगे, जब टेस्ट क्रिकेट के 140 साल के गौरवपूर्ण इतिहास में धर्मशाला के स्टेडियम में उसी महीने पहला टेस्ट मैच खेला जाएगा जिस माह मेलबर्न के एमसीजी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच (15 मार्च, 1877) पहला क्रिकेट टेस्ट मैच खेला गया था। एचपीसीए स्टेडियम देश का 27वां टेस्ट सेंटर बन जाएगा। इस सीरीज के दौरान रांची और पुणे में भी पहली बार टेस्ट मैच खेले गए थे।