...तो कुछ इस तरह से बदल जाएगा क्रिकेट का रंग-रूप
क्रिकेट की वैश्विक संचालन संस्था सोमवार को जब एडिनबर्ग में बैठक करेगी तो क्रिकेट इतिहास को बदल देने वाले फैसले लिए जा सकते हैं।
लंदन। क्रिकेट की वैश्विक संचालन संस्था सोमवार को जब एडिनबर्ग में बैठक करेगी तो क्रिकेट इतिहास को बदल देने वाले फैसले लिए जा सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) की स्कॉटलैंड की राजधानी एडिनबर्ग में होने वाली एक हफ्ते की सालाना बैठक में एजेंडा टेस्ट क्रिकेट में दो डिवीजन शुरू करना और एक वनडे अंतरराष्ट्रीय लीग बनाना है।
आइसीसी ने भारी भरकम टेस्ट रैंकिंग की शुरुआत की, लेकिन पेचीदा फॉर्मूले से क्रिकेट प्रशंसकों की वाहवाही नहीं लूट सका। इतने सारे खिलाड़ी तेजी से घरेलू ट्वेंटी-20 प्रतियोगिताओं जैसे इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने की पेशकश के प्रति आकर्षित हो रहे हैं, जिसमें वे टेस्ट खेलने के बजाय कम समय में काफी पैसा कमा सकते हैं तो अधिकारी लंबे प्रारूप को अधिक तवज्जो देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्हें लगता है कि इससे यह प्रसारकों के लिए और आकर्षित बन जाएगा और उन्हें और अधिक राजस्व हासिल करने में मदद मिलेगी।
आइसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने इस महीने के शुरू में 2017 चैंपियंस ट्रॉफी लांच करते हुए कहा था, 'हम सभी तीनों प्रारूपों (टेस्ट, वनडे और टी-20) में टूर्नामेंट के ढांचे को देखे रहे हैं।
होंगे जो बदलाव :
डिवीजन एक में सात टीमें होंगी और डिवीजन दो में पांच टीमें होंगी, जिसमें दो नई टीमें होंगी। ये सभी लीग आधार पर खेलेंगी, जिसमें प्रमोशन और रेलीगेशन भी होगा। डिवीजन एक में सभी टीमें दो साल चलने वाले कार्यक्रम के तहत एक दूसरे के खिलाफ खेलेंगी। मैचों और सीरीज से निर्धारित अंक मिलेंगे, जिससे स्थान तय होंगे। सभी मैचों के बाद निचले स्थान पर रहने वाली टीम रेलीगेट कर दी जाएगी। शीर्ष पर रहने वाली टीम विश्व टेस्ट चैंपियन बनेगी। टेस्ट चैंपियनशिप के प्रारूप से ही 13 टीमों की वनडे लीग भी खेली जाएगी, जिसे 2019 से शुरू किया जाएगा।