श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की शर्मनाक हरकत, ग्राउंड स्टाफ के पैसे देने को उतरवाई पैंट
करीब 100 लोग मैदान पर ग्राउंड स्टाफ के तौर पर मौजूद थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। जिंबाब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज 2-3 से गंवाने के बाद श्रीलंकाई टीम आलोचकों के निशाने पर है। हालांकि, अब श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड की एक हरकत से पूरा बोर्ड ही आलोचनाओं के केंद्र में आ गया है। बोर्ड की अपने स्टाफ से की गई बदसलूकी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी आलोचना की जा रही है।
यह बदसलूकी भी ऐसी है कि इस खबर के लीक होने के तुरंत बाद बोर्ड को अपने दुर्व्यवहार के लिए माफी तक मांगनी पड़ गई और बोर्ड ने अपने स्टाफ को मुआवजा देने का भी ऐलान किया है।
आपको बता दें कि श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने जिंबाब्वे के साथ मैच खत्म होने के बाद अपने ग्राउंड स्टाफ से कहा था कि अगर उन्हें मेहनताना चाहिए तो वह पैंट वापस करें। यह पैंट दरअसल स्टाफ की ड्रेस का हिस्सा थी, जिसे बोर्ड के अधिकारियों ने वापस मांग लिया। स्टाफ के सदस्यों ने वेतन पाने के लिए पैंट उतारकर वापस तो दे दीं, लेकिन इस दौरान किसी ने कुछ तस्वीरें लेकर इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
बस फिर क्या था, जिंबाब्वे जैसी कमजोर टीम से हार के बाद श्रीलंकाई क्रिकेट फैंस ने बोर्ड अधिकारियों को ही अपने निशाने पर ले लिया। यही नहीं, दूसरे देशों के क्रिकेट फैंस ने भी श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड की इस हरकत की आलोचना की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब सोमवार को श्रीलंका और जिंबाब्वे के बीच खेले गए मुकाबले में श्रीलंका को हार का सामना करना पड़ा, यह घटना उसी मैच के बाद की है। बोर्ड के अधिकारियों ने ग्राउंड स्टाफ को अपनी-अपनी पैंट उतारकर वापस करने को कहा। श्रीलंका की समाचार वेबसाइट संडे टाइम्स के मुताबिक ग्राउंड स्टाफ को 1000 रुपए की फीस दी जानी थी।
इन लोगों को मैच के दौरान स्टेडियम का काम करना था और सफाई के इंतजाम भी देखने थे। करीब 100 लोग उस वक्त मैदान पर ग्राउंड स्टाफ के तौर पर मौजूद थे। मैच के बाद इन सभी को श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की ओर से ड्रेस वापस करने को कहा गया।
श्रीलंकाई मीडिया के मुताबिक महिंद्रा राजपक्षे इंटरनेशनल स्टेडियम में जब यह हो रहा था, कई लोगों के पास पहनने के लिए दूसरी पैंट भी नहीं थी। सोशल मीडिया पर इस घटना की कई तस्वीरें वायरल हो रही है। फोटो वायरल होने के बाद श्री लंका क्रिकेट बोर्ड ने लोगों से माफी मांगी। बोर्ड की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में यह भी कहा गया कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड ने ग्राउंड स्टाफ को अब अलग से मुआवजा देने की भी बात कही है।
सोचने वाली बात है कि एक ओर क्रिकेट के मैदान पर जौहर दिखाने वाले खिलाड़ियों को जहां काफी सुविधाएं और मोटी रकम दी जाती है तो उसी खेल को संभव बनाने वाले ग्राउंड स्टाफ की हालत इतनी बुरी है कि कई जगहों पर उनसे ड्रेस तक वापस ले ली जाती है।