जब सिद्धू ने की थी तारीफ और सचिन ने दिया था केला, वीरू ने किए कई दिलचस्प खुलासे
आज इस पूर्व धाकड़ बल्लेबाज ने अपनी जिंदगी से जुड़े कई दिलचस्प किस्से बताए।
नई दिल्ली। अगर आप सोच रहे हैं कि सिर्फ आप या फिर कुछ अन्य लोग ही वीरेंद्र सहवाग के ट्वीट पढ़कर हंसते हैं तो आप गलत हैं, क्योंकि उनके फैंस ही नहीं, वो खुद भी मनोरंजन के लिए अपने ही ट्वीट पढ़ते हैं। एक टीवी कार्यक्रम के दौरान आज इस पूर्व धाकड़ बल्लेबाज ने अपनी जिंदगी से जुड़े कई दिलचस्प किस्से बताए।
- इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट....
क्रिकेट के बाद ट्विटर पर अपने मस्ती वाले ट्वीट्स के जरिए सुर्खियां बटोरने वाले सहवाग ने आज कहा, 'सोशल मीडिया एक ऐसा मंच है जहां आप अपने विचार रख सकते हैं और फैंस से भी रूबरू हो सकते हैं। मैंने हमेशा सिर्फ एक चीज पर विश्वास किया है और वो है इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट, इंटरटेनमेंट। जिंदगी में पहले से काफी टेंशन है। अगर आप किसी को खुश कर सकते हैं या उसके चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं, तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।'
- रणवीर सिंह भी हैं वीरू के ट्वीट के दीवाने
सहवाग ने ट्विटर पर अपनी इस दिलचस्प पारी के बारे में आगे बताते हुए कहा, 'लोग काफी सामान्य लिखते हैं तो मैंने सोचा कि क्यों न कुछ ऐसा लिखना शुरू किया जाए जो लोगों का ध्यान आकर्षित करे। मैं हाल में रणवीर सिंह (बॉलीवुड अभिनेता) से मिला तो उन्होंने भी बताया कि वो देर रात मेरे ट्वीट्स पढ़ते हैं और बिस्तर पर हंस-हंसकर उछलते हैं।'
- 'मैं अपना फेवरेट हूं'
सहवाग ने बताया कि उनके बच्चों से लेकर क्रिकेट के भगवान (सचिन तेंदुलकर) तक ने उनकी तारीफ की है। वीरू ने कहा कि अब वो खुद भी यू-ट्यूब पर अपनी बल्लेबाजी के पुराने वीडियो देखते हैं और अपने ही ट्वीट्स पढ़कर इसका लुत्फ उठाते हैं। वीरू ने कहा, 'मैंने लोगों का इतना मनोरंजन किया है, मेरा भी हक बनता है। मैंने कई क्रिकेटरों से प्रेरणा ली है और मैं खुद भी उनमें से एक हूं। मैं अपना फेवरेट हूं।'
- सचिन जैसा बनने की कोशिश की और फिर....
विराट कोहली की किसी अन्य खिलाड़ी से तुलना करने को लेकर सहवाग ने कहा कि विराट अपने आप में शानदार हैं और उनकी खुद विराट से ही तुलना करनी चाहिए। सहवाग ने पुरानी बातों को याद करते हुए बताया कि, 'जब लोगों ने मुझसे ये कहना शुरू किया कि मैं तेंदुलकर की तरह खेलता हूं तो मैंने 10-12 वनडे मैचों में सचिन की नकल करना शुरू कर दिया लेकिन पूरी तरह फ्लॉप रहा। फिर मैंने खुद से कहा कि तेंदुलकर की बल्लेबाजी से क्या करना, अपना ही गेम खेलता हूं।'
- सिद्धू ने पहचानी थी प्रतिभा
सहवाग ने बताया कि पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू उन गिनती के खिलाड़ियों में से थे जिन्होंने करियर के शुरुआती दिनों में ही उनकी प्रतिभा पहचान ली थी। सहवाग ने कहा, 'हमने सिद्धू से काफी कुछ सीखा है। वो पहले इंसान थे जिसने मेरी तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि मैं नॉर्थ (उत्तर) का तेंदुलकर हूं।' दिलचस्प बात ये है कि सहवाग और सिद्धू, दोनों का जन्मदिन भी एक ही दिन (20 अक्टूबर) होता है।
- जब सचिन ने थमाया था केला
टीम इंडिया के साथ ड्रेसिंग रूम के अपने पुराने दिनों को याद करते हुए सहवाग ने कहा कि वो काफी बोला करते थे। एक बार तो सचिन तेंदुलकर ने आकर उनके हाथ में केला थमा दिया ताकि उसको खाकर वो अपना मुंह बंद रखें।
- जब सचिन को भारी पड़ा था वीरू का नुस्खा
सहवाग ने बताया कि एक बार उन्होंने सचिन तेंदुलकर को इंग्लैंड के स्पिनर एश्ले जाइल्स के खिलाफ आगे बढ़कर खेलने की सलाह दी थी। वीरू कहते हैं, 'मैं आगे बढ़कर उनकी गेंदों पर आराम से मार रहा था जबकि सचिन ऐसी ही गेंदों को बार-बार पैड से रोकने का प्रयास कर रहे थे। मैंने उनसे कहा कि गेंद नहीं घूम रही है और वो आगे बढ़कर खेल सकते हैं। मैं 2-3 ओवर तक उनको वही सलाह देता रहा। सिर्फ एक ही बार गेंद घूमी और ये वही गेंद थी जब सचिन आगे बढ़ गए और फिर स्टंप हो गए। उस दिन मैं चायकाल में ड्रेसिंग रूम में ही नहीं गया और अंपायरों के कमरे में बैठा रहा। इसके बाद सचिन ने मुझे बुलाया और कहा कि मैं अपने करियर में एक बार ही स्टंप हुआ और वो भी तुम्हारी वजह से।' गौरतलब है कि वीरू और सचिन की जोड़ी एक समय विरोधी टीमों के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित होती थी।