डेविड वार्नर ने तोड़ा आरसीबी कप्तान का सपना
आइपीएल फाइनल को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर (आरसीबी) और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच टक्कर से ज्यादा कप्तान विराट कोहली और डेविड वार्नर की टक्कर के तौर पर देखा जा रहा था, जिसमें निश्चित ही ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज श्रेष्ठ साबित हुआ।
अभिषेक त्रिपाठी, बेंगलुरु।आइपीएल फाइनल को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर (आरसीबी) और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच टक्कर से ज्यादा कप्तान विराट कोहली और डेविड वार्नर की टक्कर के तौर पर देखा जा रहा था, जिसमें निश्चित ही ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज श्रेष्ठ साबित हुआ।
ये फाइनल दोनों कप्तानों के लिए आन, बान और शान का प्रश्न था और उन्होंने अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी। जहां वार्नर ने सिर्फ अपने भरोसे टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया तो लक्ष्य का पीछा करते हुए विराट ने पहले क्रिस गेल के सहायक की भूमिका निभाई और बाद में खुद ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की।
वार्नर को पता था कि अगर वह बड़ा स्कोर बनाने में सफल रहे तो सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाजी आक्रमण के आगे सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों वाली आरसीबी भी फीकी साबित होगी और ऐसा ही हुआ। भुवनेश्वर कुमार और मुस्तफिजुर रहमान ने आखिर में शानदार गेंदबाजी की और यही कारण रहा कि 209 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए आरसीबी 20 ओवरों में सात विकेट पर 200 रन ही बना सकी।आरसीबी को फाइनल में आठ रन से शिकस्त झेलनी पड़ी।
वार्नर का कमाल :
सनराइजर्स के कप्तान वार्नर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया तो लोग आश्चर्यचकित रह गए। क्योंकि चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए पिछले आठ मैचों में किसी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय नहीं लिया। सनराइजर्स ने आइपीएल फाइनल का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर (208 रन) बनाया। पहले वार्नर (69) और आखिर में ऑलराउंडर बेन कटिंग (नाबाद 39) ने आरसीबी के गेंदबाजों की ऐसी बखिया उधेड़ी कि वे सन्न रह गए।
वार्नर ने शिखर धवन (28) के साथ मिलकर धमाकेदार बल्लेबाजी की। दोनों ने छह ओवर के पावर प्ले में बिना विकेट गंवाए 59 रन बना लिए। पांचवां ओवर फेंक रहे शेन वॉटसन पर दोनों ने 19 रन बनाए। अब तक हुए नौ फाइनल में ये पावरप्ले का दूसरा सबसे महंगा ओवर गया। हालांकि धवन को आरसीबी के सुपर गेंदबाज युजवेंद्र चहल को अपनी गुगली में फंसा लिया। वार्नर के ऊपर किसी चीज का असर नहीं हो रहा था। उन्होंने सिर्फ 24 गेंद में पांच चौके और तीन छक्कों के सहारे अपना अर्धशतक पूरा किया। वह हर दिशा में चौके-छक्के लगाते जा रहे थे। इस बीच जॉर्डन ने मोइसेस हेनरिक्स (04) को चहल के हाथों कैच कराकर सनराइजर्स को दूसरा झटका दिया, लेकिन वार्नर दूसरे छोर पर डटे थे।
14वें ओवर की तीसरी गेंद आरसीबी के लिए खुशियों का पैगाम लेकर आई। अरविंद की बाहर जाती गेंद को कवर की तरफ मारने के चक्कर में गेंद वार्नर के बल्ले का ऊपरी किनारा लेते हुए शॉर्ट थर्ड मैन पर खड़े इकबाल अब्दुल्ला के हाथों में समा गई। फिर क्या था आरसीबी के खिलाड़ी खुशी से झूम उठे।
अब तक का सबसे लंबा छक्का :
वार्नर के आउट होने के बाद लग रहा था कि सनराइजर्स बैकफुट पर आ जाएगी, लेकिन युवराज सिंह (38) ने 15वें ओवर फेंकने आए चहल पर लांग ऑन पर छक्का और उसकी अगली गेंद पर चौका मारा। लगातार विकेट गिरने के बावजूद सनराइजर्स के रन बनते गए। 19वें ओवर में सनराइजर्स के खाते में 16 रन जुड़े। आखिर में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बेन कटिंग ने आरसीबी के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी। उन्होंने सिर्फ 14 गेंदों पर तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से 39 रन बनाए। उन्होंने आखिरी ओवर फेंकने आए वॉटसन की दूसरी फुलटॉस गेंद पर बैकवर्ड स्क्वॉयर लेग पर ऐसा छक्का मारा कि गेंद स्टेडियम के बाहर चली गई। यह आइपीएल का सबसे लंबा छक्का (117 मीटर) रहा। इस ओवर में कटिंग ने तीन छक्के और एक चौका जड़ा। वॉटसन ने आखिरी ओवर में 24 रन खर्च किए। ये मैच का सबसे महंगा ओवर गया।
अद्भुत बल्लेबाजी :
209 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरे गेल (76) और विराट कोहली (54) को पता था कि अगर उन्होंने तेजी से रन नहीं बनाए तो काम नहीं बनेगा। लक्ष्य का पीछा करते हुए गेल ने खासतौर पर खतरनाक रुख अपनाया। उन्होंने चौकों और छक्कों का अंबार लगा दिया। कैरेबियाई बल्लेबाज ने सिर्फ 25 गेंद में तीन चौकों और पांच छक्कों की बदौलत अपने 50 रन पूरे किए। आरसीबी ने छह ओवर के प्लेऑफ में 69 और नौ ओवर में ही 100 रन पूरे कर लिए। इस साझेदारी में सिर्फ 20 रन कोहली के थे।
हालांकि 11वें ओवर में 114 रनों के कुल योग पर गेल आउट हो गए तो इसके बाद कोहली ने कमान संभाली। बरिंदर सरां ने 13वें ओवर में कोहली को बोल्ड करके सनराइजर्स के खेमे में खुशी की लहर दौड़ा दी। पिछले मैच में वार्नर के साथ टीम की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले बिपुल शर्मा ने एबी डिविलियर्स (05), कटिंग ने केएल राहुल (11) और फिट होकर टीम में वापस आए मुस्तफिजुर रहमान ने शेन वॉटसन (11) को आउट करके सनराइजर्स की उम्मीद बढ़ाई। इसके बाद तो सनराइजर्स के गेंदबाजों ने आरसीबी के बल्लेबाजों को अपने कब्जे में ले लिया।
आरसीबी को आखिरी तीन ओवर में 37 रनों की दरकार थी और उसके पास पांच विकेट थे, लेकिन वे आठ रन पीछे रह गए। खासतौर पर भुवनेश्वर कुमार ने कमाल दिखाया। उन्होंने 18वें ओवर में सिर्फ सात और 20वें ओवर में नौ रन दिए।