स्पॉट फिक्सिंग: श्रीनिवासन और उनकी टीम के भविष्य का फैसला आज
बीसीसीआइ के निलंबित अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और उनकी आइपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स के भविष्य का फैसला आज होगा। सुप्रीम कोर्ट 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग से जुड़े कथित सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण को देखते हुए विभिन्न मुद्दों पर आज अपना फैसला सुनाएगा।
नई दिल्ली। बीसीसीआइ के निलंबित अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और उनकी आइपीएल टीम चेन्नइ सुपर किंग्स के भविष्य का फैसला आज होगा। सुप्रीम कोर्ट 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग से जुड़े कथित सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण को देखते हुए विभिन्न मुद्दों पर आज अपना फैसला सुनाएगा, जिसमें श्रीनिवासन से जुड़े हितों के टकराव का मामला भी शामिल है।
न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर और एफएमआई कलीफुल्ला की खंडपीठ ने पिछले साल 17 दिसंबर को इस मामले में अपना आदेश सुरक्षित रखा था। इस मामले में अगस्त, 2013 से कई अंतरिम आदेश पारित किए जा चुके हैं, जिसमें पंजाब एवं हरियाणा के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति मुकुल मुद्गल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन भी शामिल है।
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न्यायमूर्ति मुद्गल समिति ने श्रीनिवासन, उनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन, राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा और क्रिकेट प्रशासक सुंदर रमन की जांच की थी। समिति को कुछ व्यक्तियों द्वारा गलत काम का पता चला था और उसने इन्हें आइपीएल-छह प्रकरण का दोषी ठहराया था।
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श्रीनिवासन से जुड़े हितों के टकराव का मामला भी समीक्षा के दायरे में आया था, क्योंकि वह सिर्फ बीसीसीआइ के अध्यक्ष ही नहीं थे, बल्कि इंडिया सीमेंट्स के प्रबंध निदेशक भी थे जो कंपनी आइपीएल टीम चेन्नइ सुपरकिंग्स की मालिक है। मुद्गल समिति के मुताबिक इस टीम में श्रीनिवासन का दामाद अधिकारी था और कथित तौर पर सट्टेबाजी में शामिल रहा।
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा की ओर से दाखिल की इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि बीसीसीआई के संविधान 6.2.4 में संशोधन किए जाने के बाद हितों के टकराव का मामला सामने आया है।