कभी आह, कभी उफ्फ भरा रहा यह मैच, जानिए दिलचस्प लम्हे
बेशक मुंबई की टीम ने रविवार को श्रीलंका से आई सदर्न एक्सप्रेस टीम को हराकर चैंपियंस लीग क्वॉलीफाइंग राउंड में अपनी पहली जीत दर्ज कर
नई दिल्ली। बेशक मुंबई की टीम ने रविवार को श्रीलंका से आई सदर्न एक्सप्रेस टीम को हराकर चैंपियंस लीग क्वॉलीफाइंग राउंड में अपनी पहली जीत दर्ज कर ली हो, लेकिन इस मैच के दौरान कई ऐसी चीजें रहीं जिससे मुंबई की टीम सीख लेना चाहेगी, खासतौर पर उनकी फील्डिंग। इसके अलावा भी इस रोमांचक मैच में कई दिलचस्प चीजें हुईं। आइए जानते हैं क्या कुछ खास हुआ इस मुकाबले में....
- ये क्या किया भज्जी ! :
हरभजन सिंह यूं तो बेहद ही अनुभवी क्रिकेटर हैं और भारतीय क्रिकेट में उनका अच्छा खासा नाम रहा है लेकिन रविवार को जलज सक्सेना के ओवर में सदर्न एक्सप्रेस के दनुष्का गुनाथिलाका के एक शॉट पर उन्होंने बड़ी चूक कर दी। दनुष्का ने इस गेंद पर नीचे शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन गेंद बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर डीप कवर की दिशा में हवा में पहुंच गई। पोइंट दिशा में तैनात भज्जी कैच लपकने भागे जबकि बाउंड्री पर खड़े ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज माइक हसी भी इस कैच के लिए दौड़े लेकिन भज्जी ने चिल्ला कर हसी को रुकने के लिए कहा और खुद कैच के लिए आगे बढ़े....और कैच गिरा दिया। रीप्ले में साफ दिखा कि वो कैच हसी के हाथों में ही आराम से आता लेकिन भज्जी ने अतिआत्मविश्वास में एक बेहतरीन मौका गंवा दिया।
- ....और कर दी भरपाईः
बेशक भज्जी ने दनुष्का का कैच छोड़कर बड़ी चूक की थी लेकिन ठीक दो गेंदों के बाद एक बार फिर धड़कनें बढ़ गईं। एक बार फिर दनुष्का ने गलत शॉट खेला और बल्ले का किनारा लेकर गेंद सीधे पोइंट दिशा में चली गई। इस बार भज्जी ने कोई चूक नहीं की और आगे की तरफ गिरते हुए कैच लपक लिया जिसके साथ ही पिच पर मजबूती से आगे बढ़ रहे दनुष्का को पवेलियन लौटना ही पड़ा। इसके साथ ही भज्जी ने अपनी पिछली गलती की भरपाई कर दी।
- ये कैसी फील्डिंग?:
मुंबई की फील्डिंग इस पूरे मैच में चर्चा का केंद्र रही। ज्यादातर समय फील्डर चीजों को सही अंदाज में नहीं कर पा रहे थे, वो भी तब जब क्रिकेट इतिहास का सबसे बेहतरीन फील्डर पूर्व दक्षिण अफ्रीकी दिग्गज जोंटी रोड्स उनके फील्डिंग कोच हैं। सदर्न एक्सप्रेस की पारी के 13वें ओवर में एक शॉट बाउंड्री की दिशा में गया, फील्डर अंबाती रायुडू ने डाइव लगाते हुए गेंद को रोका लेकिन पूरी तरह से नहीं। गेंद उनके पैर से टकराकर बाउंड्री की तरफ जाने लगी तभी अचानक हसी ने एंट्री ली और गेंद को उठाकर थ्रो किया। रीप्ले में ये तो साफ हो गया कि चौका नहीं था लेकिन वहां हसी और रायुडू के बीच तालमेल की पोल भी खुल गई। हसी शायद इंतजार कर रहे थे कि रायुडू खुद उठकर गेंद फेकेंगे और रायुडू भी शायद ऐसा करने के लिए किसी का इंतजार कर रहे थे।
- चौथे ओवर में जब बढ़ गई धड़कनेंः
पहला क्वॉलीफायर हार चुकी मुंबई इंडियंस की टीम जब रविवार को दूसरा क्वॉलीफायर खेलने उतरी तो टीम के हर खिलाड़ी व फैन की धड़कनें बढ़ी हुई थीं। जाहिर है एक और हार उनके लिए मुश्किलें पैदा कर सकती थी। ऐसे में मैच के चौथे ओवर में ही उनकी धड़कनें बढ़ने पर मजबूर हो गईं। इस ओवर की पांचवीं गेंद पर मुंबई के गेंदबाज जस्प्रीत बुमराह ने गेंद फेंकी जिस पर कुशल परेरा ने मिड ऑन के ऊपर से शॉट जड़ने की कोशिश की। हालांकि ऊपरी किनारा लगा और गेंद सीधे मिडविकेट पर सीधे श्रेयस गोपाल के हाथों में गई। जश्न मनाना शुरू हो चुका था लेकिन तभी अंपायरों ने क्रीज पर नो बॉल दोबारा देखने का फैसला किया। रीप्ले में ऐसा ही लगा कि बुमराह की एढ़ी शायद क्रीज के तकरीबन बाहर थी। इस दौरान फैंस की नजरें लगातार बोर्ड पर टिकी रहीं। खैर, थर्ड अंपायर ने मुंबई के पक्ष में फैसला सुनाया और मुंबई को पहली सफलता मिली।
- रुको, रुको, रुको....और आउटः
एक समय ऐसा था जब शानदार अंदाज में धीरे-धीरे रन गति को बनाते हुए सदर्न एक्सप्रेस के सीकुगे प्रसन्ना और एंजेलो परेरा पारी को आगे बढ़ाकर लक्ष्य के करीब जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर पिच पर जबरदस्त असमंजस की स्थिति देखी गई जिसका पूरा लुत्फ मुंबई के फैंस ने उठाया। लेग साइड पर एंजेलो ने एक हल्का सा शॉट खेला और रन दौड़ने की पोजीशन पर आ गए, दूसरे छोर पर प्रसन्ना इतनी जल्दी में थे कि पूरी रफ्तार के साथ वो दौड़ उठे। एंजेलो देख चुके थे कि कीपर तारे तेजी से गेंद लपकने जा चुके हैं इसलिए उन्होंने कई बार चिल्लाकर प्रसन्ना को रोकने की कोशिश की लेकिन चीते की रफ्तार वाले प्रसन्ना को उनकी रफ्तार ही यहां भारी पड़ गई और दोनों बल्लेबाज एक ही छोर पर आकर खड़े हो गए। नतीजतन गेंदबाजी छोर पर तारे ने गेंद फेंकी और प्रसन्ना को रन आउट होकर जाना पड़ा। इसके बाद ही कहीं ना कहीं सदर्न एक्सप्रेस की उम्मीदें इस मैच में धुंधलाती सी चली गईं।