43 साल बाद होने वाला है कुछ ऐसा, जागो टीम इंडिया जागो
टीम इंडिया जिस शर्मनाक तरह से साउथैम्पटन टेस्ट में हारी उससे एक बात साफ हो गई है कि बेशक युवा खिलाड़ियों ने दौरे की शुरुआत अच्छी की लेकिन अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी कहीं ना कहीं भारतीय टीम को अब पीछे ढकेलने का काम कर रही है। एक ऐसी चीज जिस पर टीम इंडिया को इस समय सबसे ज्यादा ध्यान देने की
(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। टीम इंडिया जिस शर्मनाक तरह से साउथैम्पटन टेस्ट में हारी उससे एक बात साफ हो गई है कि बेशक युवा खिलाड़ियों ने दौरे की शुरुआत अच्छी की लेकिन अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी कहीं ना कहीं भारतीय टीम को अब पीछे ढकेलने का काम कर रही है। एक ऐसी चीज जिस पर टीम इंडिया को इस समय सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है वो है स्पिन के खिलाफ उसकी ताकत, जो अब कमजोरी बनती जा रही है। टीम इंडिया हमेशा से स्पिन खेलने की उस्ताद टीम मानी गई है लेकिन मौजूदा टेस्ट सीरीज में कुछ ऐसा हो रहा है जिससे जाहिर तौर पर कप्तान धौनी चिंतित होंगे, जल्द ही भारतीय टीम के खिलाफ एक इंग्लिश खिलाड़ी ऐसा कारनामा करने वाला है जो बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर देगा..
- 43 साल बाद होगा कुछ ऐसा..:
इंग्लैंड के स्पिनर मोइन अली ने तीसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 2 विकेट झटके जबकि दूसरी पारी में तो उन्होंने गजब का कहर मचाया। इस पारी में उन्होंने महज 67 रन लुटाते हुए छह भारतीय बल्लेबाजों को आउट किया, नतीजतन भारतीय टीम 178 रन के अंदर सिमट गई और उन्हें 266 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा। मोइन अली अब तक मौजूदा सीरीज में 15 विकेट झटक चुके हैं। आपको बता दें कि आखिरी बार 1971 में विदेशी जमीन पर किसी स्पिनर ने भारतीय टीम के खिलाफ 15 से ज्यादा विकेट लेने का कमाल किया था। वेस्टइंडीज के जैक नोरेगा ने भारत के 1970-71 में किए गए वेस्टइंडीज दौरे के दौरान सीरीज में 17 विकेट लिए थे, उसके बाद से स्पिन के खिलाफ टीम इंडिया इतनी मजबूत हो गई कि तब से अब तक भारतीय टीम के खिलाफ विदेशी जमीन पर कोई स्पिनर ये कमाल नहीं कर सका। मोइन अब उस कारनामे से महज 2 विकेट दूर हैं। जबकि भारत के खिलाफ किसी स्पिनर द्वारा विदेशी जमीन पर सबसे ज्यादा विकेट लेने का कारनामा वेस्टइंडीज के एल्फ वेलेंटाइन के नाम है जिन्होंने 1952-53 की टेस्ट सीरीज में 28 विकेट झटके थे। मोइन उस कारनामे से अभी 12 विकेट दूर हैं।
- ये कैसा बदलाव?
देश हो या विदेश, लंबे समय से टीम इंडिया की सबसे बड़ी ताकत उसके स्पिनर व उसके बल्लेबाजों की स्पिन गेंदबाजी खेलने की क्षमता मानी जाती थी लेकिन मौजूदा दौरे पर एक स्पिनर ने टीम की नाक में दम कर रखा है। इंग्लैंड के पाकिस्तानी मूल के गेंदबाज मोइन अली ने जिस अंदाज में भारतीय बल्लेबाजी के शीर्ष क्रम व निचले क्रम को तोड़ा उससे ये जाहिर हो गया है कि मौजूदा बल्लेबाजों को सचिन, गांगुली, द्रविड़ और लक्ष्मण जैसे पुराने दिग्गजों से काफी टिप्स लेने की जरूरत है। वैसे, 2011 में भारत द्वारा किए गए इंग्लैंड दौरे पर भी स्पिन के खिलाफ भारतीय टीम के हालात कुछ ज्यादा ठीक नहीं थे और उस दौरान इंग्लिश स्पिनर ग्रीम स्वान ने 4 मैचों में 13 विकेट झटके थे।