आजीवन प्रतिबंध पर मलिक ने पीसीबी और आइसीसी को लिया आड़े हाथ
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलीम मलिक ने उनके ऊपर लगे आजीवन प्रतिबंध की समीक्षा से इन्कार करने और लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में सहायता मैच कराने वाली चैरिटी संस्था से सक्रिय रूप से जुड़े होने को मान्यता नहीं देने पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) पर निशाना साधा है। मलिक ने कहा कि वह पीसीबी और आइसीसी के दोहरे माप
कराची। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलीम मलिक ने उनके ऊपर लगे आजीवन प्रतिबंध की समीक्षा से इन्कार करने और लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में सहायता मैच कराने वाली चैरिटी संस्था से सक्रिय रूप से जुड़े होने को मान्यता नहीं देने पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) पर निशाना साधा है।
मलिक ने कहा कि वह पीसीबी और आइसीसी के दोहरे मापदंडों से परेशान हो चुके हैं। मलिक ने कहा कि कथित मैच फिक्सिंग के लिए वर्ष 2000 में मुझ पर आजीवन प्रतिबंध लगा। मैंने सत्र अदालत, लाहौर उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में प्रतिबंध के खिलाफ अपील की और अंतत: 2008 में सत्र अदालत ने प्रतिबंध हटा दिया लेकिन बोर्ड ने इस फैसले को स्वीकार करने से इन्कार कर दिया और मेरा मामला दोबारा खोल दिया। नाराज मलिक ने कहा कि एक तरफ तो पीसीबी चाहता है कि आइसीसी प्रतिबंधित खिलाड़ी मुहम्मद आमिर के प्रतिबंध को कम कर दे और मेरे मामले में वह दोबारा मामले की समीक्षा को भी तैयार नहीं है।