Move to Jagran APP

लंबा ब्रेक फायदेमंद रहा लेकिन हमारे पैर जमीन पर ही हैं: कोहली

विराट कोहली ने तीसरे और चौथे टेस्ट के बीच एक सप्ताह लंबे ब्रेक को अच्छा बताते हुए कहा कि इससे टीम को फायदा हुआ है।

By ShivamEdited By: Published: Wed, 07 Dec 2016 08:16 PM (IST)Updated: Wed, 07 Dec 2016 08:24 PM (IST)
लंबा ब्रेक फायदेमंद रहा लेकिन हमारे पैर जमीन पर ही हैं: कोहली

विशेष संवाददाता, मुंबई। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने तीसरे और चौथे टेस्ट के बीच एक सप्ताह लंबे ब्रेक को अच्छा बताते हुए कहा कि इससे टीम को फायदा हुआ है, लेकिन यह भी कहा कि सीरीज जीतने की ओर अग्रसर उनकी टीम के पैर जमीन पर ही हैं।

loksabha election banner

कोहली ने कहा कि हमने ब्रेक नहीं मांगा था। यह कार्यक्रम का हिस्सा था। लिहाजा हमने यह सुनिश्चित किया कि जब हम इंग्लैंड जाएंगे तो तीन टेस्ट के बीच आठ दिन का ब्रेक और वनडे व टेस्ट सीरीज के बीच 25 दिन का ब्रेक होगा। आगे सत्र काफी लंबा है लिहाजा इस ब्रेक से हमें नुकसान नहीं हुआ, बल्कि फायदा ही हुआ है। हम अधिक तरोताजा होकर आखिरी दो टेस्ट खेलेंगे। यह पूछने पर कि दोस्तों और परिवार से मिलना कितना जरूरी होता है, उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है, क्योंकि सीरीज के बीच ब्रेक में जब आप घर जाते हैं तो आप उस पर से ध्यान नहीं हटा सकते, बल्कि हर समय उसी के बारे में सोचते रहते हैं। उन्होंने कहा कि बतौर कप्तान आपके दिमाग में यही चलता रहता है कि विकेट कैसा होगा, टीम संयोजन क्या रहेगा। ऐसे में अपने पेशे से अलग जिंदगी का लुत्फ उठाना भी जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि सभी पेशेवर क्रिकेटर हैं और इस बात को समझते हैं इसलिए मुंबई लौटने के बाद सभी अभ्यास में जुट गए। यह तभी संभव है जब आप मानसिक रूप से तरोताजा हों और फिर अभ्यास को लेकर जोश जाग जाता है।

यह पूछने पर कि क्या इस ब्रेक से भारत की लय टूट जाएगी कोहली ने ना में जवाब दिया। जब उनसे पूछा गया कि इंग्लिश टीम टेस्ट सीरीज के बाद क्रिसमस मनाने वापस इंग्लैंड जाएगी और फिर वनडे सीरीज खेलने वापस आएगी, इस पर आप क्या सोचते हैं? उन्होंने कहा कि या तो वे पूरे दौरे पर रुके या हम भी भविष्य में लंबे दौरे पर 25 दिन के लिए भारत आना पसंद करेंगे।

क्रिकेट की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें

एक-दूसरे के पूरक हैं खिलाड़ी

कोहली ने कहा कि मौजूदा टीम का फलसफा यह है कि मुरली विजय या अजिंक्य रहाणे जैसा कोई खिलाड़ी नाकाम रहता है तो दूसरा उसकी भरपाई कर देता है। विजय ने छह पारियों में 192 रन और रहाणे ने पांच पारियों में 63 रन बनाए हैं। दोनों मौजूदा सीरीज में खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं, लेकिन कोच अनिल कुंबले की ही तरह कप्तान कोहली ने अपने खिलाडि़यों का समर्थन किया। विजय ने सीरीज में पहली पारी में शतक बनाया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ अजिंक्य चले थे। एक के विफल रहने पर दूसरा उसकी भरपाई कर देता है। हम इस आधार पर खिलाडि़यों को नहीं चुनते कि यह नहीं चल रहा है, लेकिन वह बहुत अच्छा खेल रहा है। हम उस खिलाड़ी की कमी पूरी करते हैं जो फॉर्म में नहीं है। यही हमारा लक्ष्य है। मैं जयंत से काफी प्रभावित हूं। अभी उन्होंने दो ही मैच खेले हैं और आप उन्हें हरफनमौला कह सकते हैं। मुझे कुछ कहना नहीं पड़ता। वह खुद अपनी फील्ड जमाते हैं और उन्हें पता है कि कहां गेंद डालनी है।

खेल जगत की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.