कल रात बांग्लादेश को हराना था 'बाएं' हाथ का खेल, आपको आ जाएगी जहीर की याद
इस सफलता का सबसे ज्यादा श्रेय जाता है ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिचेल स्टार्क को जो एक बार फिर लय में लौट आए हैं।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में सोमवार को बांग्लादेश के बल्लेबाजों को दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बेहद आसानी से पस्त कर दिया। मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरे बांग्लादेश के शेर 44.3 ओवर में 182 रन पर ही ढेर हो गए। इस सफलता का सबसे ज्यादा श्रेय जाता है ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिचेल स्टार्क को जो एक बार फिर लय में लौट आए हैं।
- विश्व कप 2015 का हीरो लय में
2015 के वनडे विश्व कप में सर्वाधिक 22 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को चैंपियन बनाने वाले बाएं हाथ के पेसर मिचेल स्टार्क फिर से लय में नजर आ रहे हैं। पिछले कुछ सालों में उनकी फिटनेस सवालों के घेरे में रही है लेकिन धीरे-धीरे वो लय पकड़ते दिख रहे हैं। आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने बिना कोई विकेट 52 रन लुटा दिए थे लेकिन दूसरे मैच में बांग्लादेश के सामने आते ही उन्होंने अपना दम दिखा दिया। सोमवार को बांग्लादेश के खिलाफ ओवल के मैदान पर स्टार्क ने 8.3 ओवर में महज 29 रन लुटाते हुए 4 विकेट झटके। इस दौरान उन्होंने तीन बल्लेबाजों को बोल्ड किया जबकि बांग्लादेश के अनुभवी ओपनर तमीम इकबाल (95) को उन्होंने कैच आउट कराते हुए शतक से दूर कर दिया।
- स्टार्क से संभलकर रहें सब, जानिए वजह
चैंपियंस ट्रॉफी के अभियान में ऑस्ट्रेलियाई टीम की सबसे मजबूत और अहम कड़ी मिचेल स्टार्क ही हैं। इंग्लैंड की पिचों पर स्टार्क को अच्छा खासा खेलने का अनुभव है। स्टार्क अब तक अपने वनडे करियर के दौरान इंग्लैंड की पिचों पर 7 वनडे मैच खेल चुके हैं जिस दौरान उन्होंने 63.3 ओवर गेंदबाजी करते हुए 10 विकेट हासिल किए हैं।
वहीं, इंग्लैंड की पिचों पर टेस्ट क्रिकेट में भी उनके आंकड़े शानदार रहे हैं। वो इंग्लैंड में खेलते हुए टेस्ट क्रिकेट के 8 मैचों में कुल 29 विकेट हासिल कर चुके हैं। इस दौरान वो दो बार एक पारी में पांच विकेट लेने में भी सफल रहे हैं।
- इसलिए आ गई जहीर की याद, दिलचस्प हैं ये आंकड़े
आइसीसी के बड़े टूर्नामेंट में हमेशा से ही बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों की अहम भूमिका रही है। हमने कुछ आंकड़े जुटाने की कोशिश की तो पता चला कि वनडे क्रिकेट में इंग्लैंड की पिचों पर सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में दूसरे नंबर पर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ही हैं, वो भी तब जब बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों की संख्या हमेशा से ही काफी कम रही है। पिछले विश्व कप (2015) को अगर याद करें तो उस विश्व कप में सर्वाधिक 22 विकेट लेने वाले दोनों शीर्ष गेंदबाज बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ही थे। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से स्टार्क और न्यूजीलैंड की तरफ से ट्रेंट बोल्ट। इन दोनों ने दम पर ही मेजबान ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड फाइनल तक पहुंच गई थीं। खेल विशेषज्ञ राजेशवीर शर्मा का कहना है कि, 'हमेशा से ही टीमों को बाएं हाथ के पेसर की तलाश रही है। ये उस किस्म के गेंदबाज हैं जो शीर्ष स्तर पर कम ही मिलते हैं। इतिहास गवाह है कि क्रिकेट के हर फॉर्मेट में ये गेंदबाज बेहद सफल रहे हैं।' वैसे सिर्फ 2015 वनडे विश्व कप ही नहीं पहले भी कई विश्व कप टूर्नामेंट में बाएं हाथ के पेसर ही सबसे लाजवाब साबित हुए हैं। हम आपके लिए ऐसे ही कुछ खास मौकों से जुड़े आंकड़े ढूंढकर सामने रख रहे हैं.. (ये सभी बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं)-
1992 विश्व कप- वसीम अकरम (पाकिस्तान), 10 मैचों में सबसे ज्यादा 18 विकेट
1999 विश्व कप- जेफ एलॉट (न्यूजीलैंड), 9 मैचों में सबसे ज्यादा 20 विकेट
2003 विश्व कप- चमिंडा वास (श्रीलंका), 10 मैचों में सबसे ज्यादा 23 विकेट
2011 विश्व कप- जहीर खान (भारत), 9 मैचों में सबसे ज्यादा 21 विकेट (संयुक्त रूप से अफरीदी के साथ)
2015 विश्व कप- मिचेल स्टार्क (ऑस्ट्रेलिया) और ट्रेंट बोल्ट (न्यूजीलैंड), दोनों के 22-22 विकेट
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