क्रिकेट फैंस के साथ फिर हो रहा है धोखा, आखिर फिर से ये कदम क्यों उठाया गया?
'आखिर फैंस के साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है?'।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान बारिश ने कई बार मजा खराब किया तो एक बार फिर क्रिकेट फैंस के चेहरे मुरझा गए। वैसे, ये पहली बार नहीं है कि इस चैंपियनशिप में बारिश ने मैच में बाधा डाली है, यही नहीं कुछ और भी ऐसे कारण हैं जिसकी वजह से हमको ये कहना पड़ रहा है कि 'आखिर फैंस के साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है?'।
- अब तक चार मैचों में दूसरी बार
आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में आज चौथा मुकाबला खेला जा रहा है और अब तक इन चार मुकाबलों में दो मैच बारिश से बाधित हो चुके हैं। टूर्नामेंट का पहला मैच तो ठीक से हो गया लेकिन बर्मिंघम में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया हाई प्रोफाइल मुकाबला बारिश की वजह से रद करना पड़ा। इस मैच में न्यूजीलैंड ने 291 रन बनाए थे लेकिन दूसरी पारी का खेल सिर्फ 9 ओवर ही चल सका। दोनों टीमों को एक-एक अंक से संतोष करना पड़ा। इसके बाद ओवल में दक्षिण अफ्रीका-श्रीलंका मैच ठीक से हो गया लेकिन रविवार को फिर से बारिश ने अपना रंग दिखाया और भारत-पाकिस्तान महामुकाबला बारिश के साए में खेला गया। इस मैच में सबसे पहले नौवें ओवर में बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा, उसके बाद 34वें ओवर में फिर बारिश शुरू हुई और इसके बाद मैच को 48-48 ओवर का करना पड़ा। बारिश की रुकावट यहीं नहीं थमी, कुछ देर बाद फिर बारिश हुई और मैच को 41 ओवर का करना पड़ा। हालांकि भारतीय टीम ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए किसी भी स्थिति में पाकिस्तान को आगे नहीं निकलने दिया और अंत में 124 रनों से विशाल जीत दर्ज की।
- पिछली बार कुछ ऐसा था नजारा
ये सिर्फ इस बार की बात नहीं है। पिछली बार भी आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी (2013) में नजारा कुछ ऐसा ही था। इंग्लैंड में ही हुई इस चैंपियनशिप में पिछली बार भी कई मैच बारिश की भेंट चढ़े थे। इनमें भारत और इंग्लैंड के बीच हुआ टूर्नामेंट का फाइनल मैच भी शामिल था जो बारिश से बाधित होने के कारण 50-50 ओवर के मैच से 20-20 ओवर का मैच करना पड़ा था। उस मैच में भारत ने 5 रन से जीत दर्ज करके खिताब जीता था। दिलचस्प बात ये है कि इस बार की ही तरह पिछली बार भी बर्मिंघम में ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड और भारत-पाकिस्तान के मैच बारिश से प्रभावित हुए थे। आइए आपको बताते हैं कि पिछली बार कितने मैचों पर बारिश का वार हुआ था-
1. ऑस्ट्रेलिया Vs न्यूजीलैंड- (बर्मिंघम)- कोई नतीजा नहीं
2. दक्षिण अफ्रीका Vs वेस्टइंडीज (कार्डिफ)- मैच टाइ (डकवर्थ लुइस नियम)
3. भारत Vs पाकिस्तान (बर्मिंघम)- भारत 8 विकेट से जीता (डकवर्थ लुइस नियम)
4. भारत Vs इंग्लैंड (बर्मिंघम)- 20-20 ओवर का करना पड़ा मैच- भारत 5 रन से जीता
- उठे कई अहम सवाल, क्या ये हैं वजह?
इन बातों को देखते हुए अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) पर कई सवाल खड़े होने तय हैं।
पहला और अहम सवाल ये है कि आखिर जब पिछली बार चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी इंग्लैंड ने की थी तो इस बार फिर से उन्हें क्यों इस टूर्नामेंट का मेजबान बना दिया गया?
इसके पीछे की वजह की शुरुआत 2009 में हुई थी जब आइसीसी और मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के बीच बैठक में ये तय हुआ था कि अब एक टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत की जाएगी। तय हुआ था कि टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत 2013 में होगी और कुछ समय बाद ये भी तय हो गया कि 2013 के बाद चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट बंद कर दिया जाएगा। 2013 में आइसीसी की आर्थिक स्थिति खराब थी तो उसने एलान किया टेस्ट चैंपियनशिप 2017 से पहले नहीं हो सकेगा। इंग्लैंड को टेस्ट चैंपियनशिप की मेजबानी मिली हुई थी इसलिए कार्यक्रम रद होने की स्थिति में उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी का मेजबान बना दिया गया। बाद में तय हुआ कि टेस्ट चैंपियनशिप 2017 में भी नहीं हो सकेगी इसलिए एक बार फिर इंग्लैंड को ही चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी मिल गई। खेल विशेषज्ञ अनिल कुमार का कहना है कि, 'आइसीसी के सामने समय भी था और किसी भी अन्य देश में टूर्नामेंट कराने का विकल्प भी लेकिन पैसों के इस खेल में आइसीसी हारता हुआ नजर आया है। बारिश से न सिर्फ मैच प्रभावित होते हैं बल्कि क्रिकेट का भी नुकसान होता है क्योंकि नतीजे बुरी तरह प्रभावित होते हैं।'
दूसरा सवाल ये है कि जब आइसीसी को बखूबी पता है कि जून में इंग्लैंड में बारिश होती है और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में इसका नजारा भी देख लिया था, तो ऐसे में समय होने के बावजूद मेजबान क्यों नहीं बदला गया?
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (इसीबी) को आश्वासन दे चुका था कि 2017 में टेस्ट चैंपियनशिप जब शुरू होगी तो इसकी मेजबानी इंग्लैंड ही करेगा। ऐसे में जब ये प्लान रद हुआ था तो आइसीसी अपने वादे से पीछे हटने में नाकाम रहा और इंग्लैंड को फिर से चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी मिल गई। आइसीसी चाहता तो इस बीच में कोई और विकल्प तलाश सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आठ देशों का इतना बड़ा टूर्नामेंट इंग्लैंड में कराया गया और उससे बड़ी बात की बर्मिंघम जैसी जगह एक बार फिर अहम मुकाबलों को निर्धारित कर दिया गया जैसा पिछली बार हुआ था। बर्मिंघम अपनी आती-जाती बारिश के लिए मशहूर है और इसका असर एक बार फिर टूर्नामेंट पर पड़ा है, साथ ही फैंस का मजा और उत्साह भी बाधित हुआ है।
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