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पढ़ें कितनी कम सैलरी में मिताली सेना ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से लोहा लिया

बीसीसीआइ ने ग्रेड ‘ए’ का करार कप्तान मिताली राज, झूलन गोस्वामी, हरमनप्रीत कौर और एमडी तिरुषकामिनी को दिया है

By Digpal SinghEdited By: Published: Tue, 25 Jul 2017 12:39 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jul 2017 03:03 PM (IST)
पढ़ें कितनी कम सैलरी में मिताली सेना ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से लोहा लिया
पढ़ें कितनी कम सैलरी में मिताली सेना ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से लोहा लिया

अभिषेक त्रिपाठी। विश्व कप फाइनल में हारने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम पर अब भले ही इनामों की बारिश हो रही हो, लेकिन उनको अभी तक इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेटरों की अपेक्षा काफी कम धन मिलता है। महिला क्रिकेटरों को धन देने के मामले में सबसे आगे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) और इंग्लैंड व वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) हैं। जहां सीए अपनी शीर्ष महिला क्रिकेटर को राष्ट्रीय टीम व महिला बिग बैश लीग के लिए केंद्रीय अनुबंध के तहत प्रति वर्ष 40 लाख रुपये तक देता है तो ईसीबी 42 लाख रुपये सालाना का केंद्रीय करार अपनी खिलाड़ियों को देता है। वहीं, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) केंद्रीय करार के तहत अपनी शीर्ष चार महिला क्रिकेटरों को ग्रेड ‘ए’ के तहत 15 लाख रुपये और सात अन्य क्रिकेटरों को ग्रेड ‘बी’ के तहत दस लाख रुपये का ही भुगतान करता है।

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बीसीसीआइ ने ग्रेड ‘ए’ का करार कप्तान मिताली राज, झूलन गोस्वामी, हरमनप्रीत कौर और एमडी तिरुषकामिनी को दिया है, जबकि ग्रेड ‘बी’ में स्मृति मंधाना, राजेश्वरी गायकवाड़, पूनम यादव, एकता बिष्ट, वेदा कृष्णमूर्ति, निरंजना नागराजन और पूनम राउत शामिल हैं। खास बात यह है कि यही बीसीसीआइ पुरुष टीम के ग्रेड ‘ए’ के क्रिकेटर को दो करोड़, ग्रेड ‘बी’ के क्रिकेटर को एक करोड़ और ग्रेड ‘सी’ के क्रिकेटर को 50 लाख रुपये देता है।

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बीसीसीआइ के अधिकारी ने कहा कि हम उनके करार में वृद्धि की बारे में सोच रहे हैं, लेकिन यह अभी प्राथमिक स्तर पर है। हम आपस में बातचीत करेंगे और सहमति बनने पर ही आगे बढ़ेंगे। हमने उन्हें विश्व कप फाइनल में पहुंचने पर 50-50 लाख देने का एलान पहले ही कर दिया है।

ऑस्ट्रेलिया में फिर भी करार को लेकर रार

सीए ने अपनी 16 महिला खिलाड़ियों को नए करार के तहत जो प्रस्ताव दिया है, उसके हिसाब से उनकी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेटर को वार्षिक करार और महिला बिग बैश लीग (डब्ल्यूबीबीएल) की रिटेनर फीस के तहत 79000 ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 40 लाख रुपये) मिलेंगे, जबकि दूसरी श्रेणी की क्रिकेटर को 65000 ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 33 लाख रुपये) और तीसरी श्रेणी की क्रिकेटर को 40000 ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 20 लाख रुपये) मिलेंगे।

इसके बावजूद ऑस्ट्रेलियन महिला क्रिकेटरों ने इस नए प्रस्तावित करार पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं और वे इससे ज्यादा धन की मांग कर रही हैं। इस करार में मैच फीस शामिल नहीं है। वहीं, ईसीबी ने 2014 में पहली बार अपनी महिला क्रिकेटरों के सामने केंद्रीय करार रखा।

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2016 में फिर से दो साल के लिए 18 महिला क्रिकेटरों को नया करार दिया गया है। इसके तहत इन क्रिकेटरों को 50000 पाउंड (करीब 42 लाख रुपये) वार्षिक मिल रहे हैं। वहीं न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड अपनी क्रिकेटरों को 9.21 से 15.67 लाख रुपये सालाना देता है। हालांकि पड़ोसी देश की बात की जाए तो पाकिस्तान 25 से 62000 रुपये प्रति माह अपनी क्रिकेटरों को देता है। उसने अपने करार को ए, बी, सी और डी श्रेणी में बांट रखा है।


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