भारत का सपना तोड़ने वाली इस खिलाड़ी की कहानी कम दिलचस्प नहीं है
महिला विश्व कप फाइनल में स्टार की भूमिका निभाने वाली आन्या श्रबसोल फिर से सुर्खियों में आ गई हैं।
शिवम् अवस्थी, नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। भारतीय महिला क्रिकेट टीम बेशक रविवार को महिला विश्व कप फाइनल हार गईं लेकिन इस बार का उसका प्रदर्शन हमेशा याद रखा जाएगा। वहीं, खिताबी मुकाबले में चैंपियन इंग्लैंड ने जो प्रदर्शन किया वो भी काबिलेतारीफ रहा। फाइनल में जो खिलाड़ी स्टार बनीं वो थीं आन्या श्रबसोल। जितनी दिलचस्प भारतीय खिलाड़ियों की कहानी रही है, उतनी ही दिलचस्प इस खिलाड़ी की जिंदगी भी रही है।
- फाइनल में लाजवाब प्रदर्शन
सबसे पहले आपको बता दें कि 25 वर्षीय आन्या श्रबसोल ने ऐसा क्या किया जिसने करोड़ों भारतीय फैंस का सपना तोड़ दिया। इंग्लैंड ने भारत को 229 रनों का लक्ष्य दिया था। जब भारत जवाब देने उतरा तब वो श्रबसोल ही वो गेंदबाज थीं जिन्होंने दूसरे ही ओवर में पांच रन के कुल स्कोर पर ओपनर स्मृति मंधाना (0) को बोल्ड कर दिया। इसके अलावा वो श्रबसोल ही थीं जिन्होंने अहम समय पर 86 रन बनाकर खेल रहीं ओपनर पूनम राउत को आउट करके भारत को करारा झटका दिया था। आन्या श्रबसोल ने इस मैच में 9.4 ओवर में कुल 46 रन लुटाते हुए 6 विकेट लिए जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी साबित हुआ। वो 'मैन ऑफ द मैच' भी बनीं। आन्या ने इस विश्व कप के 9 मैचों 12 विकेट झटके।
- कम उम्र से ही क्रिकेट की तरफ बढ़ाए कदम
आन्या श्रबसोल का जन्म 7 दिसंबर 1991 को इंग्लैंड के बेथ (समरसेट) में हुआ था। उनके पिता लेन श्रबसोल 90 के दशक की शुरुआत में विल्टशर क्लब के लिए काउंटी क्रिकेट में कुछ मैच खेल चुके हैं। हालांकि वो क्रिकेट में बड़ा मुकाम हासिल नहीं कर सके और उन्होंने अपनी बेटी के जरिए अपना अधूरा सपना पूरा करने का मन बनाया। आन्या ने कम उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और सब हैरान तब रह गए जब इस खिलाड़ी ने 12 साल की उम्र में समरसेट क्लब की फर्स्ट टीम से अपना डेब्यू कर डाला। कम उम्र की श्रबसोल ने अपने पहले मैच में दो विकेट लिए और उनकी टीम ने चार विकेट से वो मैच जीता। उन्होंने उस जूनियर सीजन में शानदार प्रदर्शन किया और श्रबसोल का क्रिकेट के मैदान पर लाजवाब आगाज हो चुका था।
- ..और फिर शुरू हुआ जानदार सफर
महिलाओं के लिस्ट-ए क्रिकेट में श्रबसोल ने 2007 के सीजन में शानदार प्रदर्शन किया और फिर इंग्लैंड डेवलेपमंट टीम से खेलते हुए उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था। फिर अगले ही साल 2008 में वो मौका आ गया जिसका सबको इंतजार था। आन्या ने उस साल अगस्त में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया। उस सीजन में उनका प्रदर्शन इतना शानदार रहा कि साल के अंत में उनको मोस्ट प्रोमिसिंग यंग वुमेन क्रिकेटर ऑफ द इयर के पुरस्कार से नवाजा गया। इसके साथ ही अगले साल 2009 में उन्हें महिला क्रिकेट विश्व कप के लिए इंग्लैंड की टीम में भी शामिल किया गया। उस विश्व कप में भी इंग्लैंड ही चैंपियन बना था।
- सोशल मीडिया पर एक्टिव, फुटबॉल की फैन
आन्या श्रबसोल सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और ट्विटर पर वो लगातार पोस्ट करती रहती हैं। ट्विटर पर श्रबसोल के तकरीबन 12.5 हजार फॉलोअर्स हैं। आन्या फुटबॉल की बहुत बड़ी फैन हैं। उनकी पसंदीदा टीम पोर्ट्समॉथ है और इस फुटबॉल टीम से जुड़ी हर ताजा जानकारी वो अपने ट्विटर अकाउंट पर डालती रहती हैं। जब इंग्लैंड ने विश्व कप जीता तो पोर्ट्समॉथ फुटबॉल क्लब ने भी ट्विटर पर आन्या को बधाई दी।