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इशांत की आक्रामकता के लिए कोच ने कोहली व शास्त्री को ठहराया दोषी

भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा के कोच श्रवण कुमार ने कप्तान विराट कोहली और निदेशक रवि शास्त्री को आक्रामक वातावरण तैयार करने का दोषी ठहराया जिसके चलते इस तेज गेंदबाज ने कोलंबो में अपना आपा खोया।

By sanjay savernEdited By: Published: Thu, 03 Sep 2015 01:58 PM (IST)Updated: Thu, 03 Sep 2015 03:28 PM (IST)
इशांत की आक्रामकता के लिए कोच ने कोहली व शास्त्री को ठहराया दोषी

हरित एन जोशी, मुंबई। भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा के कोच श्रवण कुमार ने कप्तान विराट कोहली और निदेशक रवि शास्त्री को आक्रामक वातावरण तैयार करने का दोषी ठहराया जिसके चलते इस तेज गेंदबाज ने कोलंबो में अपना आपा खोया।

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इशांत शर्मा की श्रीलंका में भारत को 22 वर्षों बाद टेस्ट सीरीज जीत दिलाने की खुशी ज्यादा लंबी नहीं चल सकी, क्योंकि आईसीसी ने उन पर एक टेस्ट मैच का प्रतिबंध लगा दिया। इशांत की भारत को सीरीज जीत दिलाने में अहम भूमिका रही, उन्होंने कुल 13 विकेट लिए जिनमें से 8 निर्णायक टेस्ट में लिए। इस दौरान ईशांत ने ज्यादा गुस्सा दिखाया और मैदान पर उनकी धम्मिका प्रसाद से बहसबाजी भी हुई। मैच रैफरी एंडी पायक्रॉफ्ट ने इसके फलस्वरूप उन्हें एक टेस्ट के लिए प्रतिबंधित किया। अब वे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मोहाली टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे।

इशांत ने श्रीलंकाई सलामी बल्लेबाज उपुल थरंगा को आउट करने के बाद भद्दे तरीके से पैवेलियन जाने का इशारा किया था। उन्हें तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में तीसरी बार आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया। श्रीलंका के दिनेश चांदीमल को जानबूझकर उनसे भिड़ने के लिए एक मैच के लिए निलंबित किया गया। लाहिरू थिरिमाने और धम्मिका प्रसाद पर 50-50 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया गया।

वैसे तो कप्तान कोहली ने कहा कि इशांत की आक्रामकता भारतीय टीम के लिए लाभदायक साबित हुई, लेकिन इस तेज गेंदबाज के शुरुआती कोच श्रवण कुमार ने भारतीय कप्तान कोहली और निदेशक रवि शास्त्री को इशांत को हद से ज्यादा आक्रामकता की अनुमति देने का दोषी ठहराया।
श्रवण ने दिल्ली से फोन पर हुई चर्चा में कहा- इशांत ने इस बार हद पार कर दी। स्लैजिंग खेल का हिस्सा है, लेकिन इस तरह का इशारा कर उन्होंने अपने लिए मैच रैफरी की तरफ से मुसीबत बुलाई। मेरा मानना है कि वे ड्रेसिंग रूम के माहौल से उन्मुक्त हो गए थे। जब आपका कप्तान और निदेशक आक्रामक बातें करेगा तो खिलाड़ी पर उसका असर तो होगा ही।
उन्होंने कहा- मैं इशांत से अपने गुस्से पर काबू पाने को कहूंगा। वैसे अब तो उन्हें भी समझ आ गया होगा कि उन्हें क्या नुकसान हुआ है। टीम प्रबंधन ने तो मैच रैफरी से यह प्रतिबंध हटाने को नहीं कहा है।

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