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होटल में लड़की के साथ पकड़ा गया था 'वो' खिलाड़ी, जानते थे अधिकारी

एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआइ ने एक बड़ा खुलासा किया है। स्पॉट फिक्सिंग मामले में मुद्गल समिति की रिपोर्ट पर अपनी सफाई पेश करते हुए व एन.श्रीनिवासन का बचाव करते हुए बोर्ड ने टीम इंडिया के 'उस' तीसरे खिलाड़ी को लेकर अहम खुलासा किया जिसके नाम का

By ShivamEdited By: Published: Wed, 19 Nov 2014 12:14 PM (IST)Updated: Wed, 19 Nov 2014 12:41 PM (IST)
होटल में लड़की के साथ पकड़ा गया था 'वो' खिलाड़ी, जानते थे अधिकारी

नई दिल्ली। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआइ ने एक बड़ा खुलासा किया है। स्पॉट फिक्सिंग मामले में मुद्गल समिति की रिपोर्ट पर अपनी सफाई पेश करते हुए व एन.श्रीनिवासन का बचाव करते हुए बोर्ड ने टीम इंडिया के 'उस' तीसरे व्यक्ति अथवा खिलाड़ी को लेकर अहम खुलासा किया जिसके नाम का जिक्र मुद्गल समिति की जांच रिपोर्ट में किया गया है।

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- कौन है वो खिलाड़ी?:

इस रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआइ के एक सूत्र ने बताया है कि 'वो' तीसरा व्यक्ति 2010 के श्रीलंका दौरे के समय होटल में अपने कमरे में न सोते हुए एक अन्य कमरे में किसी लड़की के साथ देखा गया था। दावा किया गया है कि इस लड़की के सट्टेबाजों से संपर्क थे। ये भी बताया गया है कि ये खिलाड़ी चेन्नई सुपरकिंग्स टीम का भी हिस्सा है। बोर्ड का दावा है कि उस दौरान टीम के मैनेजर रंजीब बिस्वाल ने कार्यकारी समिति को बताया है कि इस खिलाड़ी की हरकत के बारे में उन्होंने बोर्ड के अध्यक्ष रहे शशांक मनोहर को जानकारी भी दी थी। बिस्वाल के मुताबिक उन्होंने शशांक मनोहर के अलावा राजीव शुक्ला और उस दौरान बीसीसीआइ के सचिव रहे एन.श्रीनिवासन को भी इस मामले से अवगत कराया था। अभी तक ये खुलासा नहीं हुआ है कि आखिर वो खिलाड़ी था कौन जिसका नाम इस रिपोर्ट में दर्ज है।

- अब तक मामला क्यों नहीं आया सामने?:

खबर के मुताबिक बिस्वाल ने जब मनोहर को इसकी जानकारी दी तो मनोहर ने खिलाड़ी को फटकार या फिर एक लाख रुपये का जुर्माना देने की बात कही थी। हालांकि बिस्वाल ने खिलाड़ी को फटकार लगाकर मामले को वहीं दबा दिया था क्योंकि बोर्ड इसको और आगे बढ़ाना नहीं चाहता था।

- बीसीसीआइ पेश करेगा अपनी सफाईः

खबर के मुताबिक बीसीसीआइ ने इस खुलासे के जरिए मुद्गल समिति रिपोर्ट की उस बात को भी खारिज कर दिया है जिसमे ये कहा गया है कि श्रीनिवासन कभी 'उस' तीसरे व्यक्ति अथवा खिलाड़ी पर कोई एक्शन नहीं लिया। बोर्ड 24 नवंबर को मामले में होने वाली सुनवाई में अपनी सफाई रखेगा और बताने की कोशिश करेगा कि श्रीनिवासन ने अपना फर्ज पूरा किया था। हालांकि फिक्सिंग व सट्टेबाजी से जुड़े मामलों में कोर्ट पहले ही श्रीनिवासन को क्लीन चिट दे चुका है।

- श्रीलंका क्रिकेट ने जांच में सहयोग से पल्ला झाड़ाः

वहीं, खबरों की मानें तो फिक्सिंग मामले की जांच में जुटी जस्टिस मुद्गल समिति ने श्रीलंका क्रिकेट के अधिकारियों से भी जांच में सहयोग करने की मांग की थी लेकिन श्रीलंका क्रिकेट ने इससे पल्ला झाड़ लिया। खबरों के मुताबिक जांच समिति ने खासतौर पर श्रीलंका क्रिकेट के दो शीर्ष अधिकारी जयंथा धर्मादासा और निशांथा रणतुंगा से बातचीत करने का प्रयास किया जो कि कहीं न कहीं इस 'तीसरे व्यक्ति' व खिलाड़ी के बारे में उनको पता हो सकता था क्योंकि उस दौरान रणतुंगा श्रीलंका बोर्ड में अधिकारी थे जबकि जयंथा एसएलसी के अध्यक्ष हैं। हालांकि खबरों की मानें तो रणतुंगा ने कहा है कि शुरुआत में उन्होंने हामी नहीं भरी थी लेकिन बीसीसीआइ के आधिकारिक पत्र के बाद वो तैयार हो गए थे। जबकि भारतीय पक्ष का कहना है कि जयंथा शुरू में तैयार तो हुए थे लेकिन बाद में फिर मुकर गए थे।

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