मोइन के 'सेव गाजा' का रिस्ट बैंड पहनने पर रोक, हो सकती है अनुशासनात्मक कार्रवाई
साउथेम्प्टन। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद [आइसीसी] ने इंग्लैंड के क्रिकेटर मोइन अली पर मैच के दौरान गाजा के समर्थन में रिस्ट बैंड पहनने पर रोक लगा दी है। मोइन भारत के साथ यहां जारी तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन 'सेव गाजा' और 'फ्री फलस्तीन' के रिस्ट बैंड्स पहनकर मैदान पर खेलने उतरे थे। आइसीसी की आचार संहिता के मुताबिक उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।
साउथेम्प्टन। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद [आइसीसी] ने इंग्लैंड के क्रिकेटर मोइन अली पर मैच के दौरान गाजा के समर्थन में रिस्ट बैंड पहनने पर रोक लगा दी है। मोइन भारत के साथ यहां जारी तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन 'सेव गाजा' और 'फ्री फलस्तीन' के रिस्ट बैंड्स पहनकर मैदान पर खेलने उतरे थे। आइसीसी की आचार संहिता के मुताबिक उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।
पाकिस्तानी मूल के मोइन पहले भी गाजा और फलस्तीन के लोगों के समर्थन में कार्यक्रमों में शिरकत कर चुके हैं। पिछले हफ्ते अली ने अपने होम टाउन बर्मिंघम में गाजा में इजरायल की कार्रवाई में प्रभावित हुए बच्चों के लिए धन जुटाया था।
आइसीसी ने मंगलवार को जारी अपने बयान में कहा, 'मैच रेफरी डेविड बून ने मोइन को बताया है कि वह 'फ्री फलस्तीन' और 'सेव गाजा' वाले रिस्ट बैंड्स नहीं पहन सकते हैं। आइसीसी का उपकरण और कपड़ों से जुड़ा नियम किसी भी अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीतिक, धार्मिक या जातीय गतिविधियों या कायरें से जुड़े संदेशों के प्रचार की इजाजत नहीं देता।'
बून ने मोइन से यह भी कहा कि एक व्यक्ति के तौर पर वह निजी जीवन में राजनीतिक या मानवीय बयान देने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वक्त आपको इसकी आजादी नहीं है।
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इस मामले में मोइन का समर्थन किया है। ईसीबी के प्रवक्ता ने कहा, 'हम नहीं समझते हैं कि उन्होंने कोई अपराध किया है। उन्होंने जो किया उसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं था। यह सिर्फ मानवता से जुड़ा संदेश था। अब यह आइसीसी को तय करना है कि वह इस मामले में क्या कार्रवाई करती है।'