एन श्रीनिवासन ने BCCI की मीटिंग बुलाई, फिर करेंगे वापसी?
बीसीसीआइ और आइसीसी के पूर्व प्रमुख एन श्रीनिवासन ने शनिवार को बीसीसीआइ की अहम बैठक बुलाई है। देखना होगा कि इस बैठक में क्या तय किया जाता है।
नई दिल्ली। लोढ़ा समिति की सिफारिशें न मानने पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीसीसीआइ अध्यक्ष और सचिव को हटाने के बाद क्रिकेट बोर्ड में सुगबुगाहटें जारी हैं। बीसीसीआइ और आइसीसी के पूर्व प्रमुख एन श्रीनिवासन ने शनिवार को राज्य संघों की एक बैठक बुलाई है।
इस बैठक की अध्यक्षता श्रीनिवासन खुद करेंगे। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या वह फिर से क्रिकेट के इस ताकतवर खेल में उतरेंगे? हालांकि, इसके असार कम हैं, क्योंकि यह भी कहा जा रहा है कि इस बैठक में साथ काम करने के बाद पुराने अधिकारी एक-दूसरे का शुक्रिया अदा करने जैसी औपचारिकता निभाएंगे।
इस बैठक में राज्य संघों और बीसीसीआइ अधिकारी हिस्सा लेंगे। इस बैठक का मकसद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आगे की रणनीति तय करना बताया जा रहा है। वैसे, आज बीसीसीआइ का जो हाल है, उसका बड़ा जिम्मेदार एन श्रीनिवासन को ही माना जाता है और वह एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं।
क्रिकेट बोर्ड से करीब दो सालों तक बाहर रहने के बाद श्रीनिवासन ने यह बैठक बुलाई है। उन्होंने इस संकट की घड़ी में घिरे बोर्ड में शीर्ष और पूर्व सदस्यों को बुलाया है। इस बैठक में अजय शिर्के, अनिरुद्ध चौधरी, अमिताभ चौधरी, निरंजन शाह, बृजेश पटेल, टीसी मैथ्यू, सीके खन्ना और के गंगाराजू के हिस्सा लेने की उम्मीद है। लोढ़ा समिति के सिफारिशों के आधार पर बोर्ड के 30 संघों में से 24 को पक्का माना जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो सौरव गांगुली इस बैठक में हिस्सा में हिस्सा नहीं लेंगे और कैब की ओर से बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के बेटे और श्रीनिवासन के प्रतिद्वंद्वी अविशेक डालमिया इस बैठक में रहेंगे। इसी तरह शरद पवार भी इस बैठक में नहीं होंगे और उनकी जगह मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के उपाध्यक्ष आशीष शेलर मीटिंग में हिस्सा लेंगे। माना जा रहा है कि कोर्ट की नाराजगी के चलते अनुराग ठाकुर भी इस बैठक से दूर ही रहेंगे।
बैठक में हटाए गए या डिस्क्वालीफाइ हो चुके सदस्यों के लिए कानूनी और दूसरे रास्ते पर भी विचार किया जाएगा। इस बीच बीसीसीआई ने आइपीएल के नए सीजन के लिए 4 फरवरी को होने वाली बोली प्रक्रिया को रद्द कर आगे बढ़ा दिया है। इसके अलावा 9 और 10 जनवरी को लंदन में होने वाली वर्कशॉप को भी टाल दिया गया है।
सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 19 जनवरी को होगी। बोर्ड के नए प्रशासकों के भी इसी दिन से कामकाज संभालने की उम्मीद है।