स्टीवन फिन के बारे में उनके साथी खिलाड़ी ने किया बड़ा खुलासा
मौजूदा एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड की जीत के हीरो रहे स्टीवन फिन के बारे में पूर्व टीम साथी क्रिस ट्रेमलेट ने सनसनीखेज खुलासा किया है। ट्रेमलेट ने बताया कि दो साल से कम समय पहले जब 2013-14 एशेज सीरीज में फिन की गेंदबाजी इतनी खराब थी कि
बर्मिंघम। मौजूदा एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड की जीत के हीरो रहे स्टीवन फिन के बारे में पूर्व टीम साथी क्रिस ट्रेमलेट ने सनसनीखेज खुलासा किया है। ट्रेमलेट ने बताया कि दो साल से कम समय पहले जब 2013-14 एशेज सीरीज में फिन की गेंदबाजी इतनी खराब थी कि उन्हें अपने एक्शन पर काम करने के लिए अकेले छोड़ दिया गया था। और तो और उन्हें नेट्स पर इंग्लिश बल्लेबाजों को गेंदबाजी करने से भी रोक दिया गया था।
फिन ने मौजूदा एशेज के तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम को तार-तार कर दिया था। इस तेज गेंदबाज ने 18 महीनों में पहली बार एक टेस्ट में 8 विकेट लिए, जिसमें दूसरी पारी में 79 रन देकर छह विकेट चटकाना शामिल है। मगर कुछ समय फिन का प्रदर्शन इतना खराब था कि टीम में उनके चयन के बारे में विचार करना भी सही नहीं समझा जा रहा था।
फिन के पूर्व साथी क्रिस ट्रेमलेट (जो 2013-14 के असफल दौरे में इंग्लैंड टीम के सदस्य थे) ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया की गर्मी में फिन ने अकेले ही स्टंप लगाकर घंटो गेंदबाजी की थी।
ट्रेमलेट ने आगे बताया इंग्लैंड प्रबंधन ने फिन को इंग्लिश बल्लेबाजों को गेंद करने से रोक दिया था। उन्होंने खुद ही अपनी गेंदबाजी में सुधार करने के लिए छोड़ा तथा तकनीक पर काम करने के लिए कहा गया। किसी ने भी उनकी मदद नहीं की।
ट्रेमलेट ने आगे कहा- मुझे याद है कि पर्थ में तापमान करीब 45 डिग्री सेल्सियस था और फिन ने लगातार एक से डेढ घंटे तक लगातार गेंदबाजी की थी। उस मैच में फिन को टीम में शामिल नहीं किया था, लेकिन इंग्लैंड यह मैच 150 रन से हारा था। मगर मिडिलसेक्स के तेज गेंदबाज को तत्कालीन कोच एश्ले जाइल्स ने यह कहकर स्वदेश लौटा दिया था कि वह चयनित नहीं है।
हालांकि काउंटी क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके फिन को टीम में दोबारा मौका दिया गया और इसके लिए बहुत कुछ मार्क वुड की चोट जिम्मेदार रही। वुड की जगह टीम में शामिल किए गए फिन ने मौके का बखूबी फायदा उठाते हुए एजबेस्टन में खेले गए तीसरे टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन किया।