इस देश में सुरक्षित नहीं हैं क्रिकेट खिलाड़ी, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
टोनी आयरिश ने पाकिस्तान में विदेशी खिलाड़ियों की सुरक्षा के खतरे को पहले से अधिक बताया है।
लंदन, जेएनएन। फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एफआईसीए) के मुखिया टोनी आयरिश ने पाकिस्तान में विदेशी खिलाड़ियों की सुरक्षा के खतरे को पहले से अधिक बताया है।
समाचार एजेंसी सीएमसी के मुताबिक, टोनी का यह बयान पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (डब्ल्यूआईसीबी) को लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में दो टी-20 मैच खेलने के लिए दिए गए प्रस्ताव के बाद आया है।
टोनी ने सोमवार को विजडन इंडिया से कहा, ‘पाकिस्तानी खिलाड़ियों का कोई संघ नहीं है और इसलिए वह एफआईसीए से नहीं जुड़ें हैं’।
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उन्होंने कहा, ‘पूरे विश्व के खिलाड़ी एफआईसीए से जुड़े हैं और समय-समय पर सुरक्षा संबंधी जानकारी मांगते रहते हैं’।
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आपको बता दे कि 2009 में पाकिस्तान में खेलने गई श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर आतंकी हमला हो गया था। लाहौर में हुए इस आतंकी हमले में श्रीलंका के छह क्रिकेटर घायल हो गए थे। घायल खिलाड़ियों में दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार संगकारा, रहस्यमयी स्पिनर अजंता मेंडिस के अलावा तिलन समरवीरा तरंगा परानविताना, सुरंगा लकमल और तिलन तुषारा शामिल थे। इस बाद के बाद श्रीलंका सरकार ने तुरंत अपनी क्रिकेट टीम को दौरा बीच में रद्द कर वापस बुला लिया था।
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इस हमले के बाद भी कोई भी विदेशी टीम सुरक्षा की वजह से पाकिस्तान में खेलने को तैयार नहीं हुई है। यही वजह है कि 2009 के बाद से पाकिस्तान में कोई भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच नहीं हुआ है।