30 गेंदें, 20 रन, 6 विकेट, कप्तान पिच से नाराज, टूर्नामेंट से पहले ही विवाद
भारत भी इंग्लैंड में कर चुका है ऐसी दिक्कतों का सामना।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। चैंपियंस ट्रॉफी का मंच सज चुका है, वनडे क्रिकेट के 8 दिग्गज देश मैदान पर इस प्रतिष्ठित खिताब के लिए टक्कर लेने को तैयार हैं। बड़ा टूर्नामेंट है तो विवाद भी होंगे ही। चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट भी इससे अछूता नहीं रहने वाला। ताजा मामला एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय मैच और एक ऐसे कप्तान से जुड़ा है जो टूर्नामेंट में आगे कई सवाल, कई मुश्किलें खड़ा कर सकता है।
- आखिर हुआ क्या था
सोमवार को इंग्लैंड-दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का तीसरा व अंतिम मुकाबला था। क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित मैदान लॉर्ड्स पर हुए इस मैच में मेजबान इंग्लिश टीम 31.1 ओवर में 153 रन पर ही सिमट गई थी। इस दौरान इंग्लैंड ने मैच की शुरुआती 30 गेंदों में 20 रन पर ही अपने 6 विकेट गंवा दिए थे। गनीमत थी कि जॉनी बैरिस्टो (51) और अंत में रोलैंड जोन्स (नाबाद 37) ने अच्छी पारियां खेल दीं वरना इंग्लैंड को मुंह छुपाने की जगह भी न मिलती। इंग्लैंड ने कुल 154 रनों का लक्ष्य दिया और दक्षिण अफ्रीका ने इस लक्ष्य को 28.5 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर ही हासिल कर लिया। इंग्लैंड को 7 विकेट से करारी हार मिली हालांकि उन्होंने सीरीज 2-1 से जीत ली।
- उनका अपना कप्तान ही भड़क उठा, अब आगे क्या-क्या होगा
इंग्लैंड गुरुवार से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी 2017 की मेजबानी करने वाला है और माहौल इसलिए अजीब हो गया है क्योंकि उनका अपना कप्तान ही मुख्य मैदान (लॉर्ड्स) की पिच से नाराज है। मॉर्गन ने लॉर्ड्स के मैदान पर बल्लेबाजों के शर्मनाक प्रदर्शन का जिम्मेदार पिच को ठहराते हुए कहा, 'मैं बेहद निराश हो जाऊंगा अगर आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भी ऐसी ही पिचें सामने रखी गईं। टॉस का नतीजा अगर इतने बड़े टूर्नामेंट में हार या जीत का फैसला करेगा तो इसको हजम करना मुश्किल होगा। मुझे नहीं लगता कि ये वनडे क्रिकेट की पिच थी। ऐ मैच को एकतरफा बना देती है और मुझे नहीं लगता ये किसी के लिए भी अच्छा है। पिच पर अच्छी-खासी ताजा घास मौजूद थी। हम ऐसी पिच पर सुबह वैसे शॉट्स नहीं खेल सकते थे जो शाम को दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने खेले।' अब जब टूर्नामेंट से ठीक पहले मेजबान टीम के कप्तान ने ही इंग्लैंड की अहम पिच पर ही सवाल उठा दिए हों तो ऐसे में सवाल उठना तय हैं और आगे उन पिचों पर क्या हाल होगा जिन पर चैंपियंस ट्रॉफी के मैच खेले जाने हैं।
- वो विवाद अब भी याद है जब भारत के साथ हुआ था ऐसा
इंग्लैंड क्रिकेट का जन्मदाता है और उनके देश में इस खेल के लिए एक से एक प्रतिष्ठित मैदान मौजूद हैं लेकिन फिर भी कई बार वहां की पिचों को लेकर सवाल उठते रहे हैं, फिर चाहे वो टेस्ट क्रिकेट में हो या फिर सीमित ओवर फॉर्मेट में। जुलाई 2014 में भारत का इंग्लैंड दौरा कैसे भूला जा सकता है। उस दौरान दोनों देशों के बीच हुई टेस्ट सीरीज में जिस-जिस पिच पर मुकाबले हुए, हर जगह विवादों ने जन्म लिया। सबसे पहले ट्रेंट ब्रिज में हुए पहले टेस्ट मैच को आधिकारिक तौर पर मैच रेफरी ने खराब पिच घोषित कर दिया और इस पर जांच भी बिठाई गई थी। ये मैच ड्रॉ रहा था। वो मामला ठंडा होता कि इससे पहले लॉर्ड्स में हुए दूसरे टेस्ट में उन्हीं के एक दिग्गज क्रिकेटर केविन पीटरसन ने एक तस्वीर व वीडियो वायरल कर दिया। इस तस्वीर में देखा गया कि लंच के दौरान एक कर्मचारी पिच पर अहम जगह पर खड़ा होकर झाड़ू लगा रहा था जहां पर किसी के भी जाने पर रोक होती है। बाद में एमसीसी के अधिकारियों को आधिकारिक रूप से खेद जताना पड़ा था।
- फिलहाल ये है राहत की बात
फिलहाल इंग्लैंड सहित बाकी टीमों के लिए राहत की बात बस इतनी है कि चैंपियंस ट्रॉफी में लॉर्ड्स के मैदान पर कोई भी मुकाबला नहीं खेला जाएगा। टूर्नामेंट के मैच सिर्फ तीन वेन्यू- एजबेस्टन (बर्मिंघम), केनिंग्टन ओवल (लंदन) और सोफिया गार्डन (कार्डिफ) पर खेल जाने हैं.....लेकिन फिर भी सवाल उठेंगे ही और बल्लेबाजों में डर भी रहेगा ही क्योंकि जाहिर तौर पर सारी तैयारी इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के मुख्य क्यूरेटर की देखरेख में ही हो रही होगी।
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