चेन्नई की दिल्ली पर आसान जीत
टी-20 क्रिकेट के सबसे खतरनाक खिलाडि़यों में शुमार सुरेश रैना (56) के अर्धशतक के बाद कातिलाना गेंदबाजी के दम पर चेन्नई सुपरकिंग्स ने आइपीएल-7 में सोमवार को दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ मैच को एकतरफा बनाते हुए
अबु धाबी। टी-20 क्रिकेट के सबसे खतरनाक खिलाडि़यों में शुमार सुरेश रैना (56) के अर्धशतक के बाद कातिलाना गेंदबाजी के दम पर चेन्नई सुपरकिंग्स ने आइपीएल-7 में सोमवार को दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ मैच को एकतरफा बनाते हुए 93 रन से बड़ी जीत हासिल की। टूर्नामेंट में चेन्नई की यह पहली जीत है।
41 गेंद पर पांच चौकों और एक छक्के से सजी रैना की पारी के अलावा मध्यक्रम के बल्लेबाजों के छोटे-छोटे लेकिन महत्वपूर्ण योगदान की मदद से चेन्नई की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में सात विकेट पर 177 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। जवाब में दिल्ली की टीम 15.4 ओवर में महज 84 रन पर सिमट गई। उसकी तरफ से जिम्मी नीशम ने सर्वाधिक 22 रन बनाए, जबकि सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाए। दिल्ली ने आखिर के पांच विकेट महज 34 रन के एवज में गंवा दिए। चेन्नई ने पंजाब के खिलाफ पिछले मैच में 200 से ऊपर के लक्ष्य का बचाव करने में असफल रही गेंदबाजी अटैक में बदलाव करते हुए ईश्वर पांडे (2/23) और बेन हिल्फेनहास (1/9) को मौका दिया। दोनों ने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए अच्छी गेंदबाजी की। स्पिनर आर अश्विन काफी घातक साबित हुए। उन्होंने दो ओवर में केवल तीन रन देते हुए दो विकेट लिए। रवींद्र जडेजा (2/18) का उन्हें अच्छा साथ मिला।
इससे पहले, चेन्नई ने टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी का फैसला किया। ब्रैंडन मैकुलम (09) और ड्वेन स्मिथ की सलामी जोड़ी ने तेज शुरुआत दिलाने की कोशिश की, लेकिन मैकुलम एक जीवनदान मिलने के बावजूद अपनी पारी को ज्यादा दूर तक नहीं ले जा सके। दिल्ली के गेंदबाजों ने इसके बाद नए बल्लेबाज रैना और स्मिथ को काफी देर तक बांधे रखा। चेन्नई की टीम दस ओवर में एक विकेट पर 65 रन ही बना सकी। 11वें ओवर में स्मिथ (29) के आउट होने के बाद रैना ने अपने बल्ले का मुंह खोला और बदलाव के तौर पर गेंदबाजी करने आए मुरली विजय के ओवर में चार चौके जड़े। रनगति बनाए रखते हुए उन्होंने 36 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
रैना के बाद फाफ डु प्लेसिस और कप्तान एमएस धौनी ने और तेजी से रन बटोरे। प्लेसिस 17 गेंद पर 24 रन बनाकर आउट हुए, जबकि धौनी ने 15 गेंद पर दो चौके और दो छक्के से सजी 32 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। जिससे टीम ने आखिरी पांच ओवरों में 66 रन बनाए। आखिरी ओवर में मिथुन मन्हास (नाबाद 13) ने दो चौके लगाते हुए टीम का स्कोर 170 के पार पहुंचाया। दिल्ली की तरफ से उनादकट ने 32 रन देकर सर्वाधिक तीन विकेट झटके।