खौफ खाएंगे दुनिया के बल्लेबाज, आने वाला है ये अद्भुत भारतीय गेंदबाज
भारतीय क्रिकेट को अब तक प्रसन्ना, बिशन सिंह बेदी, अनिल कुंबले और हरभजन सिंह जैसे कई दिग्गज स्पिनर मिले लेकिन इस बार कुछ अनोखा होने
(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट को अब तक प्रसन्ना, बिशन सिंह बेदी, अनिल कुंबले और हरभजन सिंह जैसे कई दिग्गज स्पिनर मिले लेकिन इस बार कुछ अनोखा होने वाला है। भारतीय क्रिकेट को जल्द ही एक ऐसा गेंदबाज मिल सकता है जिसके बारे में शायद ही किसी ने पहले कभी सोचा था। रविवार रात चैंपियंस लीग टी20 में कोलकाता नाइट राइडर्स और लाहौर लायंस के बीच हुए मुकाबले में हमने इसकी झलक भी देख ली। आइए जानते हैं कि कौन होगा वो गेंदबाज जो जल्द भी दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों के होश उड़ाने वाला है....
हम बात कर रहे हैं कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेल रहे 19 वर्षीय कुलदीप यादव की। उत्तर प्रदेश के कानपुर में जन्म लेने वाला ये गेंदबाज कोई मामूली या फिर सिर्फ एक बेहतरीन स्पिनर भर नहीं है, वो अद्भुत, सबसे अलग और करोड़ों में एक हैं। रविवार रात चैंपियंस लीग के मैच में उन्होंने चार ओवरों में 21 रन देकर एक विकेट लिया और ये विकेट था लाहौर लायंस के कप्तान व पाकिस्तान क्रिकेट के दिग्गज ऑलराउंडर मो.हफीज का, जो कि स्पिन खेलने वाले एक बेहतरीन बल्लेबाज होने के बावजूद कुलदीप की गेंद को ठीक से परख तक नहीं सके और कैच हो गए।
- 'चाइनामेन' गेंदबाज का जलवाः
दरअसल, कुलदीप चाइनामेन गेंदबाज हैं। ये गेंदबाजों की एक ऐसी नस्ल के तौर पर देखी जाती है जो करोड़ों में कभी-कभी ही देखने को मिलती है। चाइनामेन बाएं हाथ के गेंदबाज से निकलने वाली वो स्पिन गेंद होती है जो कि दाएं हाथ के बल्लेबाज के खिलाफ एक्शन के विपरीत ऑफ स्टंप पर बाउंस खाकर लेग स्टंप की तरफ घूमती है। जबकि गेंद की दिशा एक दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर जैसी ही लगती है। कुलदीप ने रविवार को ये भी दिखा दिया कि वो समय-समय पर बल्लेबाज के हिसाब से अपनी गेंदों में बदलाव भी कर सकते हैं। उन्होंने लाहौर लायंस के खिलाफ कई तरह की गेंदें डालकर बल्लेबाजों को हैरान और फैंस को रोमांचित किया।
- अब तक रणजी मैच भी नहीं खेलाः
कुलदीप ने पिछले अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करके सबको अपनी ओर आकर्षित किया था जिस दौरान वो अंडर-19 विश्व कप इतिहास में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज भी बने लेकिन हैरत की बात ये है कि अब तक इस गेंदबाज ने एक भी प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच व रणजी क्रिकेट में हिस्सा तक नहीं लिया है। उन्होंने अपने राज्य के लिए बस 5 ट्वंटी20 मैच ही खेले हैं जिस दौरान उन्होंने पाच मैचों में 9 विकेट लिए। अब सबकी नजर है कि क्या भारतीय कप्तान धौनी कुलदीप को करीब से देख रहे हैं और क्या चयनकर्ता व कप्तान आने वाले समय में भारतीय टीम में इस अनोखे गेंदबाज को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौका देने के पक्ष में होंगे।
- ये हुए हैं अब तक के 'चाइनामेन' गेंदबाजः
'चाइनामेन' गेंद का नाम 1933 के वेस्टइंडीज-इंग्लैंड मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान इजाद हुआ था। इसका कारण थे वेस्टइंडीज टीम में शामिल एक चीनी गेंदबाज एलिस अचोंग जिन्होंने पहली बार इस गेंद को फेंका था। आइए एक नजर डालते हैं उन गेंदबाजों पर जिन्होंने अचोंग के बाद इस कला में महारथ हासिल की।
गार्फील्ड सोबर्स (वेस्टइंडीज)
लिंडसे क्लाइन (ऑस्ट्रेलिया)
इशान अली (वेस्टइंडीज)
पॉल एडम्स (दक्षिण अफ्रीका)
माइकल बेवन (ऑस्ट्रेलिया)
ब्रैड हॉग (ऑस्ट्रेलिया)
साइमन काटिच (ऑस्ट्रेलिया)
कुलदीप यादव (भारत)