चैंपियंस ट्रॉफी के बाद बीसीसीआइ में देखने को मिलेंगे बड़े बदलाव, ऐसे होगी शुरुआत
जब अगले कुछ महीनों तक भारत में कोई भी क्रिकेट सीरीज नहीं होनी है तो ऐसे में सीओए ने बीसीसीआइ को स्वच्छ बनाने की दिशा में आगे बढ़ने की तैयारी कर ली है।
लंदन, अभिषेक त्रिपाठी। सुप्रीम कोर्ट ने इस साल की शुरुआत में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) और उसके राज्य संघों को स्वच्छ और पारदर्शी बनाने के लिए लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने का आदेश दिया था और इसके लिए विनोद राय के नेतृत्व में चार सदस्यों की प्रशासकों की समिति (सीओए) भी बनाई थी। यह समिति घरेलू सीरीज और आइपीएल के आयोजन कराने के साथ आए दिन पैदा होने वाले विवादों से ही जूझती रही। यही कारण है कि अब तक लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने की दिशा में कोई बड़ा कदम नहीं उठाया जा सका है।
अब जब अगले कुछ महीनों तक भारत में कोई भी क्रिकेट सीरीज नहीं होनी है तो ऐसे में सीओए ने बीसीसीआइ को स्वच्छ बनाने की दिशा में आगे बढ़ने की तैयारी कर ली है। सीओए ने इसको लेकर 25 जून को मुंबई में बीसीसीआइ के सभी राज्य संघों के पदाधिकारियों को बैठक के लिए बुलाया है। इसमें सबसे पहले वह उत्तर, पश्चिम और दक्षिण जोन के पदाधिकारियों से मिलेंगे। इसके बाद मध्य और पूर्व जोन के पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। इस बैठक में सीओए की तरफ से विनोद राय, डायना इड़ुलजी और विक्रम लिमये के अलावा बीसीसीआइ के सीईओ राहुल जौहरी भी होंगे।
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सभी राज्य संघों से यह पूछा जाएगा कि उन्होंने लोढ़ा समिति की सिफारिशों को किस हद तक लागू कर दिया है। इसे नहीं लागू करने वालों को परिणाम भुगतने का अल्टीमेटम भी दिया जाएगा। इसके ठीक एक दिन बाद मुंबई में ही बीसीसीआइ ने अपनी एसजीएम (विशेष आम सभा) बुलाई है। हालांकि एसजीएम का एजेंडा अभी तय नहीं हुआ है। बोर्ड के एक पदाधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी के बाद बीसीसीआइ में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
इससे पहले चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने को लेकर असमंजस के दौरान दिल्ली में बीसीसीआइ ने एसजीएम बुलाई थी तो उसके ठीक एक दिन पहले सीओए ने राज्य संघों के पदाधिकारियों से मुलाकात करके उनको चैंपियंस ट्रॉफी से हटने के दुष्परिणाम बताए थे। जिसके बाद भारतीय टीम इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भाग ले सकी। उसी मीटिंग के दौरान विनोद राय ने 25 जून को फिर से राज्य संघों से दोबारा मिलने के लिए कहा था। अब इसको लेकर सभी राज्य संघों को उपस्थित रहने के लिए ई मेल कर दिया गया है।