कप्तान धौनी ने खेली तूफानी पारी लेकिन फाइनल में नहीं पहुंची उनकी टीम
धौनी की तूफानी पारी काम नहीं आई और झारखंड को हार का सामना करना पड़ा।
नई दिल्ली। कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की अगुआई में विजय हजारे ट्रॉफी में झारखंड की टीम फाइनल में जगह बनाने से चूक गई। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर झारखंड और बंगाल के बीच खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में झारखंड को 41 रन से हार का सामना करना पड़ा।
इस मुकाबले में धौनी ने टॉस जीतकर बंगाल के पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए बंगाल की टीम ने अपने ओपनर श्रीवत्स गोस्वामी (101 रन) और अभिमन्यु ईशवारण (101 रन) की मदद से 329 रन बनाए। गोस्वामी ने 99 गेंदों पर 101 रन जबकि अभिमन्यु ने 121 गेंदों पर 101 रन की पारी खेली। बंगाल की तरफ से कप्तान मनोज तिवारी ने महज 49 गेंदों पर 75 रन बनाए।
जीत के लक्ष्य का पीछा करने उतरी झारखंड की टीम की तरफ से कप्तान धौनी और इशांक जग्गी ने शानदार पारी खेली। धौनी ने 60 गेंदों पर 70 रन जबकि इशांक जग्गी ने 43 गेंदों में 59 रन बनाए इसके बावजूद झारखंड को हार का सामना करना पड़ा। झारखंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उनका पहला विकेट 20 रन पर ही गिर गया, जब ओपनर प्रत्यूष सिंह 10 रन बनाकर चलते बने। बड़े लक्ष्य को देखते हुए झारखंड के बल्लेबाजों को तेजी से रन बनाने की जरूरत थी, लेकिन बंगाल के गेंदबाजों ने उन पर दबाव बनाए रखा और 56 रन पर दूसरा विकेट झटक लिया। विराट सिंह 24 रन बनाकर आउट हुए, जबकि कुमार देवव्रत ने भी धीमी बल्लेबाजी की और 53 गेंदों पर 37 रन बनाए। इसके बाद सौरव तिवारी ने 57 गेंदों में 48 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और दो छक्के लगाए. उन्होंने धौनी के साथ 54 रन जोड़े। झारखंड की टीम 50 ओवर में 288 रन ही बना पाई और हार गई।