रणजी का रण: सेमीफाइनल में बंगाल और महाराष्ट्र भिड़ंत को तैयार
रणजी ट्रॉफी का इस बार का सीजन अब अपने सेमीफाइनल तक पहुंच चुका है। रणजी के इस रण में कल से महाराष्ट्र और बंगाल खिताबी मुकाबले में जगह बनाने के लिए आमने-सामने होंगे। इस रोमांचक सेमीफाइनल में एक तरफ होगी शानदार बल्लेबाजों से सजी महाराष्ट्र की टीम तो दूसरी तरफ बेहतरीन गेंदबाजों से मजबूत बंगाल की टीम। बंगाल की टीम इस बार
इंदौर। रणजी ट्रॉफी का इस बार का सीजन अब अपने सेमीफाइनल तक पहुंच चुका है। रणजी के इस रण में कल से महाराष्ट्र और बंगाल खिताबी मुकाबले में जगह बनाने के लिए आमने-सामने होंगे। इस रोमांचक सेमीफाइनल में एक तरफ होगी शानदार बल्लेबाजों से सजी महाराष्ट्र की टीम तो दूसरी तरफ बेहतरीन गेंदबाजों से मजबूत बंगाल की टीम।
बंगाल की टीम इस बार के रणजी सीजन में सरप्राइज पैकेज साबित हुई। इस प्रतिष्ठित घरेलू चैंपियनशिप में वे दबी हुई टीम की तरह आए और लगातार तीन मुकाबले जीतकर शेर बनकर उभरे। उन्होंने उत्तर प्रदेश, तमिल नाडु और रेलवेज को लगातार तीन मुकाबलों में एक-एक करके मात दे डाली। वहीं, दूसरी तरफ है महाराष्ट्र की टीम जिसने गत-विजेता मुंबई को उसी के घर (वानखेड़े स्टेडियम) पर 8 विकेट से करारी शिकस्त देकर खलबली मचा दी।
खिलाड़ियों की जंग की बात करें तो एक तरफ अशोक डिंडा (37 विकेट) होंगे जो कि महाराष्ट्र के इन फॉर्म बल्लेबाज केदार जाधव (1034 रन) को आउट करना चाहेंगे, वहीं, दूसरी तरफ बंगाल के शिब शंकर पॉल (17 विकेट) होंगे जो कि अंडर-19 भारतीय टीम के कप्तान व महाराष्ट्र के शानदार बल्लेबाज विजय जोल (516) को पवेलियन भेजने का जरूर प्रयास करेंगे। वहीं, सपाट विकेट पर शानदार प्रदर्शन करने वाले हर्षद खादीवले (944) पर महाराष्ट्र की नजरें टिकी होंगी और उन्हें आउट करने के लिए इनस्विंग गेंदबाज सौरव सरकार अपना पूरा दम झोंकेंगे। कुल मिलाकर खिलाड़ियों की जंग की बात करें तो बंगाल और महाराष्ट्र के मुकाबले में सभी की नजरें दोनों टीमों की अलग-अलग तिकड़ी पर टिकी होंगी, जो आमने-सामने होंगी। बंगाल की तरफ से जहां डिंडा, पॉल और सरकार अपनी गेंदबाजी से कहर बरपाने की कोशिश करेंगे वहीं, महाराष्ट्र की जाधव, खादीवले और जोल की बल्लेबाज तिकड़ी बंगाल के गेंदबाजों का जवाब देने को बेताब होंगे।
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अगर दबाव की बात करें तो जाहिर तौर पर दबाव बंगाल टीम पर ज्यादा होगा क्योंकि 2005-06 व 2006-07 के फाइनल तक पहुंचने के कारनामे के बाद अब जाकर वो अंतिम चार में जगह बनाने में सफल रहे हैं। यह इस टीम के लिए काफी लंबा इंतजार रहा जिसका वो हर हाल में फायदा उठाना चाहेंगे।
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