बीसीसीआइ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शिकायत वापस ली
बीसीसीआइ ने अपनी शिकायत वापस ले ली।
By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 10 Mar 2017 04:15 PM (IST)Updated: Fri, 10 Mar 2017 04:18 PM (IST)
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने गुरुवार देर रात को नाटकीय यू टर्न लेते हुए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ और पीटर हैंड्सकांब के खिलाफ डीआरएस पर ड्रेसिंग रूम से मदद लेने के मामले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) केपास दर्ज आधिकारिक शिकायत वापस ले ली है।
इसे बीसीसीआइ का दिलचस्प कदम माना रहा था, क्योंकि आइसीसी ने बुधवार को बयान जारी करकेसाफ कर दिया था कि वह भारतीय कप्तान विराट कोहली या स्मिथ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगा। लेकिन बीसीसीआइ ने गुरुवार दोपहर को दस्तावेजों के साथ इस घटना के वीडियो फुटेज आइसीसी को ईमेल किये हैं और विश्व संस्था की आचार संहिता के तहत लेवल दो के आरोप लगाने के लिए कहा था। लेकिन गुरुवार रात को बीसीसीआइ ने बयान जारी किया कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ जेम्स सदरलैंड के साथ मुंबई में बीबीसीआइ के सीईओ राहुल जौहरी की मुलाकात के बाद शिकायत वापस लेने का फैसला लिया गया। बीसीसीआइ के बयान जारी करने के कुछ देर बाद ही क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी बयान जारी किया। उसने बताया कि बीसीसीआइ मुख्यालय में जौहरी और सदरलैंड की मुलाकात में इस विवाद पर लंबी चर्चा हुई। इसके बाद यह तय किया गया कि बेहतर होगा कि दोनों टीमें चार टेस्ट मैचों की सीरीज के बाकी बचे दो मुकाबलों पर ध्यान लगाएं।
बीसीसीआइ के एक शीर्ष सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा था, 'हां बीसीसीआइ ने स्मिथ और हैंड्सकांब के खिलाफ आइसीसी के पास आधिकारिक शिकायत दर्ज करायी है। उन्होंने घटना के वीडियो फुटेज मुहैया कराए हैं, जिसमें हैंड्सकांब स्मिथ को रिव्यू के लिए ड्रेसिंग रूम की मदद लेने का इशारा कर रहे हैं और अंपायर नाइजल लांग उसमें हस्तक्षेप करते हैं। बीसीसीआइ ने आधिकारिक आरोप लगाने का अधिकार के तहत यह आरोप लगाए हैं, क्योंकि लेवल दो के आरोप मैच समाप्त होने के 48 घंटे के अंदर लगाए जा सकते हैं। पता चला है कि बीसीसीआइ ने 'खेल भावना का उल्लंघन करने और खेल को बदनाम करनेÓ के आरोप लगाने के लिए कहा है।Ó
बीसीसीआइ क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के स्मिथ के बचाव में दिये गये कड़े बयान से नाराज था। बीसीसीआइ का मानना है कि अपने कप्तान का बचाव करना सही है, लेकिन बयान से लगा कि जैसे वह कोहली को नीचा दिखा रहे हैं जो कि मेजबान टीम को नागवार गुजरा। भारतीय टीम प्रबंधन को उम्मीद थी कि मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड मैच समाप्त होने के बाद स्मिथ को बुलाएंगे और इसके बाद कोई कार्रवाई करेंगे। ब्रॉड का ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में दिया गया बयान भी बीसीसीआइ को अच्छा नहीं लगा, क्योंकि मैच रेफरी मीडिया के सामने अपने विचार नहीं रखते।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें