IPL 2017 पर है संकट, नहीं हुआ टूर्नामेंट तो कंगाल हो जाएगा BCCI
जानिए, आइपीएल करवाने पर क्यों हो रहा है विवाद और कितना होगा बीसीसीआइ को नुकसान।
By Bharat SinghEdited By: Published: Thu, 09 Mar 2017 02:42 PM (IST)Updated: Thu, 09 Mar 2017 08:05 PM (IST)
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त क्रिकेट प्रशासकों और राज्य संघों के बीच चल रहे टकराव से आइपीएल 2017 के आयोजन पर खतरा मंडरा रहा है। अगर आइपीएल का आयोजन नहीं हुआ तो इसका असर बीसीसीआइ पर पड़ सकता है। आइपीएल न होने की स्थिति में बीसीसीआइ कंगाल तक हो सकता है।
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने मीडिया से कहा है, 'अगर वे (बीसीसीआइ प्रशासक) आइपीएल में रोड़े अटकाने के बारे में सोच रहे हैं तो यह काफी बुरा होगा। अगर किसी भी सूरत में आइपीएल पर खतरा हुआ तो बीसीसीआइ को 2500 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। इससे बीसीसीआइ कंगाल हो जाएगा।'
क्या है मामला
आइपीएल का हर मैच कराने के लिए राज्य संघों को 60 लाख रुपए मिलते हैं। इसमें से 30 लाख रुपए बीसीसीआइ देता है तो 30 लाख आइपीएल की फ्रेंचाइजी देती हैं। इसी रकम से मैच, अभ्यास, फ्लडलाइट, मैदान तैयार करने और ग्राउंड स्टाफ को सैलरी आदि दी जाती है।
कहां फंस रहा है पेंच
पिछले कुछ सालों से बीसीसीआइ राज्य संघों को मैच से पहले कुछ पैसा दे देता था और बाकी पैसे मैच के दौरान या बाद में दिए जाते थे। इस बार सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआइ के फंड जारी करने पर रोक लगाई हुई है। कोर्ट का कहना है कि राज्य संघों के लोढ़ा समिति की सिफारिशें मानने तक उन्हें फंड नहीं दिया जा सकता है।
क्या है आशंका
सुप्रीम कोर्ट और नए बीसीसीआइ प्रशासकों के कड़े रुख के बाद कई बीसीसीआइ अधिकारियों को अपना पद छोड़ना पड़ा है। अब अगर बीसीसीआइ अपने राज्य संघों को आइपीएल मैचों के लिए पैसा रिलीज नहीं कर पाता है तो राज्यों के क्रिकेट संघ मैच करवाने से हाथ खड़े करते हैं। ऐसा हुआ तो बीसीसीआइ की इमेज को झटका लग सकता है।
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