अगर आइपीएल के नियम बदले, तो बदल जाएंगी कई खिलाड़ियों की टीमें
इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) में एक बड़े बदलाव की आहट सुनाई दे रही है। दरअसल आइपीएल में खिलाड़ियों की नीलामी से जुड़े नियमों में बदलाव की कवायद की जा रही है। हो सकता है कि महेंद्र सिंह धौनी और सुरेश रैना को आगे चेन्नई सुपर किंग्स की पीली जर्सी में
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) में एक बड़े बदलाव की आहट सुनाई दे रही है। दरअसल आइपीएल में खिलाड़ियों की नीलामी से जुड़े नियमों में बदलाव की कवायद की जा रही है। हो सकता है कि आने वाले दिनों में आप महेंद्र सिंह धौनी और सुरेश रैना को चेन्नई सुपर किंग्स की पीली जर्सी में न देखें। विराट कोहली रॉयल चैलेंजर्स में नजर न आएं और लसिथ मलिंगा की यॉर्कर मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज के खिलाफ पड़े।
आइपीएल की शुरुआत में लगा था कि सभी टीमों को बड़े खिलाड़ियों को अपनी टीम में रखने के लिए बराबर का मौका मिलेगा, मगर ऐसा नहीं हुआ। कुछ टीमों में खिलाड़ी कई वर्षों से बने हुए हैं और उनकी टीम उन्हें रिटेन करती रही है। बेहतर प्रदर्शन करने वाले कुछ खिलाड़ियों को चाहकर भी दूसरी टीम, ज्यादा पैसे देकर भी नहीं ले सकती थी क्योंकि पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के नेतृृत्व वाली बीसीसीआइ ने खिलाड़ियों को बरकरार (रिटेन) करने का नियम बना दिया था। कथित तौर पर बीते दिनों आइपीएल टीम मालिकों, आइपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ल व बीसीसीआइ सचिव अनुराग ठाकुर के बीच हुई बैठक में ज्यादातर आइपीएल टीम मालिकों ने सबको खिलाड़ी खरीदने का बराबर का हक देने और रिटेनिंग सिस्टम बंद करने की मांग की।
मौजूदा नियम जो वर्ष 2014 में बने थे, उसके मुताबिक हर टीम को पांच खिलाड़ी रिटेन करने का विकल्प है। जबकि छठे खिलाड़ी को, जो ऊंची बोली लगाई गई है उसे मैच करके यानी बराबरी की बोली लगाकर रिटेन किया जा सकता है। ज्यादातर आईपीएल फ्रेंचाइजी की मांग है कि वर्ष 2017 में होने वाले आइपीएल नीलामी में सभी खिलाड़ियों के नाम लाए जाएं। अब यदि आइपीएल की नीलामी नियमों में बदलाव होता है तो बहुत से खिलाड़ी जो आइपीएल की शुरुआत से एक ही टीम में बने हुए हैं, उन्हें नई टीम भी खरीद सकती है। इसमें धौनी, रैना, जडेजा, विराट, डी'विलियर्स, मलिंगा के अलावा हरभजन सिंह, शेन वॉटसन जैसे खिलाड़ी आ जाएंगे, जो कई वर्षों से एक ही टीम में खेल रहे हैं। हालांकि कुछ टीम पुराने रिटेन सिस्टम को बदलने के पक्ष में नहीं लेकिन अधिकतर टीम चाहती है कि नए नियम से हर टीम के पास हर खिलाड़ी के लिए नीलाम करने का मौका होगा। सूत्रों के अनुसार अब ये मामला आइपीएल शासी निकाय में ले जाया जाएगा। जिसके बाद आइपीएल अपने सुझाव बीसीसीआइ की कार्यकारी समिति को देगी। फिर इसके बाद बीसीसीआइ इस पर विचार विमर्श करके नए नियम को अमलीजामा पहना सकती है।