वनडे में गेंद और बल्ले के बीच हो संतुलन
महान क्रिकेटरों ने वनडे क्रिकेट में बल्ले और गेंद के बीच संतुलन दोबारा स्थापित करने की मांग की है, जिसमें क्षेत्ररक्षण से जुड़े नियमों में ढील देना और बल्ले की मोटाई को लेकर नियम बनाना शामिल है। सिडनी में विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल के बाद वनडे मैच के भविष्य
सिडनी। महान क्रिकेटरों ने वनडे क्रिकेट में बल्ले और गेंद के बीच संतुलन दोबारा स्थापित करने की मांग की है, जिसमें क्षेत्ररक्षण से जुड़े नियमों में ढील देना और बल्ले की मोटाई को लेकर नियम बनाना शामिल है।
सिडनी में विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल के बाद वनडे मैच के भविष्य पर चर्चा में विशेषज्ञ के रूप में हिस्सा लेने वाले माइकल होल्डिंग, इयान चैपल, राहुल द्रविड़ और मार्टिन क्रो का मानना है कि ये बदलाव कप्तानी में रचनात्मकता और अधिक आक्रामक क्रिकेट को बढावा देंगे।
वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाज होल्डिंग ने कहा कि 'बल्ले के गेंद से टकराते ही यह गायब हो जाती है। कई स्लो मोशन रिप्ले में आप देख सकते हो कि शॉट खेलते हुए बल्लेबाज के हाथ में बल्ला घूम गया है। बेशक गेंद को अच्छी तरह हिट नहीं किया गया और फिर भी गेंद बाहर चली गई। इस मुद्दे पर गौर करने की जरूरत है।
ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी चैपल ने कहा कि 'मोटे बल्लों ने संतुलन बल्लेबाजों के पक्ष में कर दिया है। जल्द ही या बाद में, किसी गेंदबाज या अंपायर को गंभीर चोट लगने वाली है, क्योंकि गेंद इतनी तेजी से वापस आ रही है कि उनके पास प्रतिक्रिया का समय ही नहीं है। चैपल चाहते हैं कि क्षेत्ररक्षण के नियमों में ढील दी जाए और द्रविड़ तथा होल्डिंग ने उनका समर्थन किया।