अश्विन ने बेहतर नतीजों के लिए किया था अपने एक्शन पर काम
आर अश्विन का सीमित ओवरों के प्रारूप में प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट की तुलना में थोड़ा बेहतर है और इसका श्रेय इस ऑफ स्पिनर ने अपने
बर्मिंघम। आर अश्विन का सीमित ओवरों के प्रारूप में प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट की तुलना में थोड़ा बेहतर है और इसका श्रेय इस ऑफ स्पिनर ने अपने निजी कोच के साथ गेंदबाजी एक्शन में सुधार के लिए नेट पर बिताए गए समय को दिया।
अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ मंगलवार को होने वाले चौथे वनडे मैच की पूर्व संध्या पर कहा, 'मैंने इस पर काफी समय बिताया। मैंने स्वदेश में अपने कोच के साथ 55 से 60 दिन का समय इस पर लगाया। मैं ऐसा एक्शन चाहता था, जिससे मुझे अधिक विकेट मिले। ईश्वर का शुक्रिया की अब मुझे परिणाम मिलने लगे हैं।' भारतीय स्पिनरों को 30 गज के सर्किल के बाहर चार क्षेत्ररक्षक खड़े करने के नियम के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है और अश्विन का मानना कि वह इसके लिए अपनी खुद की रणनीति तैयार करने पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'पांच क्षेत्ररक्षक (पुराने नियम) असल में स्पिनर की लेंथ को निर्धारित करता था। अब नये नियम के अनुसार यह इस पर निर्भर करता है कि सर्किल के अंदर आपका कौन सा क्षेत्ररक्षक है और उसके हिसाब से आप अपने गेंद की लेंथ तय करते हैं। आपको इसी आधार पर खेलना होता है और जोखिम उठाने होते हैं।'
पिछले मैच में 'मैन ऑफ द मैच' चुने गए अश्विन ने क्षेत्ररक्षण इकाई की जमकर तारीफ करते हुए कहा, 'हमारे छह या सात नये खिलाड़ी वनडे के लिए आए हैं और इससे निश्चित रूप से टीम का मनोबल बढ़ा है।'
अश्विन ने विशेष तौर पर नॉटिंघम वनडे में स्लिप में रैना द्वारा लिए गए कैच की तारीफ करते हुए कहा, 'वह बेहतरीन कैच था। जब रैना ने वह कैच लिया मैं भूल गया कि मैंने विकेट लिया है। मैं यह देखने लगा कि उसने कैच कैसे लिया। इससे वास्तव में पूरी टीम और अन्य स्लिप क्षेत्ररक्षकों का मनोबल बढ़ा जिनमें मैं भी शामिल हूं।'
भारतीय टीम की एजबेस्टन पर काफी अच्छी यादें हैं और अश्विन को लगता है कि अगर मंगलवार को वे सीरीज अपने नाम कर लेते हैं तो ताजा आइसीसी वनडे रैंकिंग में टीम का शीर्ष स्थान पर पहुंचने का जश्न मनाने का यह अच्छा तरीका होगा।