'टीम के साथियों को छोड़कर मेरी सराहना कोई नहीं करता'
लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में शानदार गेंदबाजी करते हुए भारतीय टीम को इस मैदान पर 28 साल बाद ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले इशांत शर्मा ने जमकर आलोचकों पर अपनी भड़ास निकाली। इशांत ने कहा कि उनकी सराहना टीम के साथियों को छोड़कर और कोई नहीं करता।
लंदन। लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी पारी में शानदार गेंदबाजी करते हुए भारतीय टीम को इस मैदान पर 28 साल बाद ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले इशांत शर्मा ने जमकर आलोचकों पर अपनी भड़ास निकाली। इशांत ने कहा कि उनकी सराहना टीम के साथियों को छोड़कर और कोई नहीं करता।
इशांत ने कहा, 'कभी-कभी लगता है कि मेरी मेहनत की साथी खिलाड़ी ही सराहना करते हैं और कोई नहीं। आज भी मुझे इतने विकेट मिले हैं इसलिए लोग मेरी तारीफ कर रहे हैं, लेकिन अगर मेरी गेंदों पर रन बनते और रणनीति ठीक जगह ना बैठी होती तो कोई भी इस बात की सराहना नहीं करता कि मैं तकरीबन 80 ओवर पुरानी गेंद से लगातार बाउंसर फेंकने में जुटा हुआ था। ऐसा मेरे साथ हमेशा होता रहा है और अब इसकी आदत हो गई है। मुझे इतना अनुभव हो गया है और अब मैं सुनिश्चित कर सकता हूं कि मुझ पर हर किसी की बातों का असर नहीं पड़े। मुझे पता है कि मेरी टीम के साथियों को मुझ पर भरोसा है और वे टीम के लिए मेरे योगदान की सराहना करते हैं। इतना मेरे लिए काफी है।'
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