आइपीएल 10 के खत्म होने के बाद इस टूर्नामेंट में आएगा ये बड़ा बदलाव
राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के दो वर्ष के निलंबित होने के बाद गुजरात लायंस और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट को दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग में भाग लेने का मौका मिला।
हैदराबाद, अभिषेक त्रिपाठी। आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग में राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के दो वर्ष के निलंबित होने के बाद गुजरात लायंस और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट को दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग में भाग लेने का मौका मिला। सुरेश रैना की कप्तानी में गुजरात लायंस कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाई। महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में पुणे का पहला सत्र भी कुछ खास नहीं गया था, लेकिन इस साल स्टीव स्मिथ की कप्तानी में यह टीम फाइनल में पहुंची। खिताबी मुकाबले में मुंबई ने उसे हराकर चैंपियन बनने से रोका। इतना अच्छा प्रदर्शन करने के बाद पुणे अब आइपीएल से बाहर हो गई और अगले सत्र में नहीं दिखाई देगी।
आठ टीमों का ही होगा अगला आइपीएल: बीसीसीआइ और आइपीएल के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पुणे को उपविजेता बनने के लिए बधाई, लेकिन सिर्फ यह वजह उसे इस लीग में बरकरार नहीं रख पाएगी। उन्होंने कहा कि गुजरात और पुणे का चयन सिर्फ दो सत्रों के लिए हुआ था। अगर पुणे चैंपियन भी बनती तो इस सत्र की ट्रॉफी और ईनामी राशि उनको दे दी जाती, लेकिन हम उन्हें अगले सत्र में बरकरार नहीं रख सकते थे। रविवार के बाद ही पुणे आइपीएल का हिस्सा नहीं रह गई है। राजस्थान और चेन्नई से प्रतिबंध हट चुका है, वही अगले सत्र में खेलेंगी। जहां तक दस टीमों की बात है तो यह दूर की कौड़ी है क्योंकि अधिकतर अधिकारी आठ टीमों के ही पक्ष में है। दस टीमें होने से मैचों की संख्या बढ़ जाएगी और ऐसे में हमें इस टूर्नामेंट के लिए ज्यादा दिन निकालने पड़ेंगे जो इस व्यस्त कैलेंडर में संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर दस टीमों के टूर्नामेंट को लेकर बीसीसीआइ में आपसी सहमति बन भी जाए तो पुणे के लिए वापसी करना आसान नहीं होगा। क्योंकि दो नई टीमों के लिए फिर से नीलामी होगी और उसमें जो ज्यादा बोली लगाएगा वही खेलेगा।
स्टीव स्मिथ की इस छोटी सी ‘नादानी’ ने पुणे के हाथ से छीना IPL का ताज
पहले भी बाहर हो चुकी हैं कई टीमें : आइपीएल की शुरुआत आठ टीमों राजस्थान रॉयल्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर, चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस, डेक्कन चार्जर्स, कोलकाता नाइटराइडर्स, किंग्स इलेवन पंजाब और दिल्ली डेयरडेविल्स से हुई थी। 2011 में पुणे वॉरियर्स इंडिया और कोच्चि टस्कर्स की एंट्री के कारण दस टीमों का आइपीएल हुआ। हालांकि अगले सत्र में ही कोच्चि को निकाल दिया गया और अगले दो सत्रों में सिर्फ नौ टीमों में यह टूर्नामेंट खेला गया। 2012 सत्र के बाद हैदराबाद की टीम डेक्कन चार्जर्स भी बाहर हो गई। इसके बाद सनराइजर्स हैदराबाद की इसमें एंट्री हुई। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बीसीसीआइ को राजस्थान और चेन्नई को दो साल के लिए निलंबित करना पड़ा। नीलामी में इनकी जगह गुजरात और पुणे वॉरियर्स की एंट्री हुई। अब इन दोनों टीमों का भी आइपीएल का सफर खत्म हो गया।
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