शीर्षक्रम को देना होगा विराट का साथ
वैश्विक क्रिकेट में भारत और वेस्टइंडीज की मौजूदा स्थिति जो भी हो, लेकिन जब भी ये दोनों टीमें आमने-सामने होती हैं तो इतिहास के कई लम्हे जीवंत हो उठते हैं। कैरेबियाई क्रिकेटरों और उनके खेलने की शैली का मेरे दिल में खास स्थान है। टी-20 फॉर्मेट कैरेबियाई टीम को ज्यादा
(के श्रीकांत का कॉलम)
वैश्विक क्रिकेट में भारत और वेस्टइंडीज की मौजूदा स्थिति जो भी हो, लेकिन जब भी ये दोनों टीमें आमने-सामने होती हैं तो इतिहास के कई लम्हे जीवंत हो उठते हैं। कैरेबियाई क्रिकेटरों और उनके खेलने की शैली का मेरे दिल में खास स्थान है। टी-20 फॉर्मेट कैरेबियाई टीम को ज्यादा भाता है। मैदान पर उनके आक्रामक रवैये को देखते हुए छोटे फॉर्मेट में उन्हें हमेशा एक मजबूत ताकत के रूप में देखा जाता है।
सेमीफाइनल जैसे अहम मुकाबले में टीम इंडिया पूरे दमखम के साथ पहुंची है। जबकि मेहमान टीम का प्रदर्शन थोड़ा उतार-चढ़ाव वाला रहा है। कैरेबियाई टीम दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को हराने में सफल रही, लेकिन अफगानिस्तान जैसी कमजोर टीम से उसे हार का सामना भी करना पड़ा।
हालांकि भारतीय टीम में भी कई कमजोर कड़ियां हैं। जिनके बारे में पहले भी विस्तार से चर्चा की जा चुकी है। शीर्ष क्रम को विराट कोहली की मदद करनी होगी। गेंदबाजी आक्रमण संतुलित दिख रहा है। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अश्विन को संघर्ष करना पड़ा था। वानखेड़े में वह अपनी लय पाना चाहेंगे। अन्य गेंदबाजों का प्रदर्शन भी ठीक रहा है। कई सालों में ये पहला मौका है जब धौनी के पास ऐसे गेंदबाजों की फौज है जो किसी भी परिस्थिति में गेंदबाजी के लिए लिए तैयार है। गेंदबाजों के लगातार अच्छे प्रदर्शन की वजह से मैं भारत का समर्थन करूंगा।
दूसरी ओर वेस्टइंडीज की टीम क्रिस गेल के नहीं चलने पर जूझती हुई नजर आती है। गेंदबाजी में सैमुअल बद्री अच्छा कर रहे हैं और उनसे भारतीय टीम को सतर्क रहने की जरूरत है। विश्व कप सेमीफाइनल होने की वजह से भारतीय खिलाडि़यों पर अतिरिक्त दबाव होगा। वास्तविक गेम खेलने से टीम इससे उबरने में सफल रहेगी।
(टीसीएम)