पाकिस्तान के खिलाफ अब दबाव में होगी टीम इंडिया
पाकिस्तान की टीम शांत और नियंत्रण में दिख रही है। बांग्लादेश पर उसने प्रभावशाली जीत दर्ज की। इसमें भी टीम की बॉडी लेंग्वेज सबसे सकारात्मक बात रही। कुल मिलाकर इस जीत से टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा। यह टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर सकती है। अच्छी बात यह रही
(वसीम अमरम का कॉलम)
पाकिस्तान की टीम शांत और नियंत्रण में दिख रही है। बांग्लादेश पर उसने प्रभावशाली जीत दर्ज की। इसमें भी टीम की बॉडी लेंग्वेज सबसे सकारात्मक बात रही। कुल मिलाकर इस जीत से टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा। यह टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर सकती है। अच्छी बात यह रही कि शीर्ष क्रम के तीनों बल्लेबाजों ने रन बनाए। इससे पहले शुरुआती क्रम के बल्लेबाज संघर्ष कर रहे थे। यहां तक कि शाहिद आफरीदी भी जल्दी बल्लेबाजों के लिए आए और रन बनाने में सफल रहे। इसके अलावा फील्डिंग भी बेहतरीन रही।
हमारे यहां मैदान में अच्छा न कर सके तो क्रिकेटर हमेशा दबाव में रहते हैं। अफरीदी भी इससे अलग नहीं हैं, लेकिन उन्होंने आलोचकों को करारा जवाब दिया। उन्होंने मोर्चे से अगुआई की। रन बनाए और विकेट भी लिए। वह टी-20 क्रिकेट के सबसे अनुभवी गेंदबाजों में से हैं। अहमद शहजाद ने टीम में अच्छी वापसी की। शहजाद जैसे खिलाडि़यों का समर्थन किया जाना चाहिए। मुझे नहीं पता कि उन्हें एशिया कप से क्यों बाहर रखा गया। वह बतौर खिलाड़ी और इंसान परिपक्व हो रहे हैं। इसके अलावा वह बेहतरीन फील्डर भी हैं।
बांग्लादेश ने शुरुआती कुछ ओवरों में ही लय खो दी थी। मानो हथियार डाल दिए हों। यह टीम हाल ही में एशिया कप में सीमिंग पिच पर खेलकर यहां पहुंची थी जबकि ईडन की पिच बल्लेबाजों के मुफीद थी। मगर मेरा अब भी मानना है कि यह टीम बेहद खतरनाक है। यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि पाकिस्तान के पास टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमण है। यह प्रदर्शन पर निर्भर करता है। मगर यह आक्रमण बेहतरीन आक्रमणों में से तो एक है ही जिसमें विविधता है। टीम ने पहले मैच में तीन बायें हाथ के गेंदबाज खिलाए। अफरीदी और इमाद के रूप में उनके पास दो स्पिनर भी हैं। इसके अलावा शोएब मलिक भी तो हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को जिस अंदाज में हार का सामना करना पड़ा, उसे देखते हुए पाकिस्तान के खिलाफ मैदान में उतरते वक्त टीम इंडिया बेहद दबाव में होगी। मगर इस भारतीय टीम में क्षमता और योग्यता की कोई कमी नहीं है और उनका आत्मविश्वास भी बढि़या है। बतौर खिलाड़ी इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि समान प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पिछले मैच में या पिछले इंटरनेशनल टूर्नामेंट में क्या नतीजा निकला था। मायने यह रखता है कि आज क्या हुआ। ऐसे में भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए 19 मार्च को एक नया दिन होगा।
(टीसीएम)