लय बरकरार रखना चाहेगी टीम इंडिया
हमेशा की तरह एशिया कप के उद्घाटन मुकाबले में मेजबान टीम उतरेगी। बुधवार को बांग्लादेश का मुकाबला भारत से है और वे विजयी शुरुआत की उम्मीद कर रहे होंगे। उन्हें घरेलू मैदान पर हराना हमेशा मुश्किल होता है और अपनी खुद की लीग में खेलते हुए उनके खिलाडि़यों का टी-20
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
हमेशा की तरह एशिया कप के उद्घाटन मुकाबले में मेजबान टीम उतरेगी। बुधवार को बांग्लादेश का मुकाबला भारत से है और वे विजयी शुरुआत की उम्मीद कर रहे होंगे। उन्हें घरेलू मैदान पर हराना हमेशा मुश्किल होता है और अपनी खुद की लीग में खेलते हुए उनके खिलाडि़यों का टी-20 फॉर्मेट में अनुभव भी काफी ज्यादा हो गया है। इस बार एशिया कप टी-20 फॉर्मेट में खेला जाएगा और कुछ दिन बाद शुरू हो रहे आइसीसी टी-20 विश्व कप के लिए सभी टीमें इससे बेहतर तैयारी कर पाएंगी।
शाकिब अल हसन आइपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं। वह ऐसे खिलाड़ी हैं, जिसे भारत की कमी और मजबूती दोनों के बारे में पता है। मेजबान टीम के लिए वह एक बेहद अहम खिलाड़ी साबित होंगे। इसके अलावा छोटे कद के मुशफिकुर रहीम भी हैं, जो लंबे शॉट खेलने का दम रखते हैं। बांग्लादेश टीम की फील्डिंग में भी काफी ज्यादा सुधार आया है और वे आसानी से रन नहीं देते हैं।
भारत अगर उन्हें हल्के में नहीं लेगा, तो अच्छा रहेगा। इस फॉर्मेट में कोई भी टीम कभी भी चौंका सकती है। युवा श्रीलंकाई टीम ऐसा करकेदिखा ही चुकी है। भारतीय टीम जीत का क्रम बरकरार रखने के लिए मैदान में उतरेगी। ऑस्ट्रेलिया से उन्होंने अच्छी लय पकड़ी है। बीच-बीच में उतार-चढ़ाव के बीच भारतीय टीम काफी संतुलित दिख रही है। चयनकर्ताओं को अंजिक्य रहाणे को फिट करने में संघर्ष करना पड़ेगा, क्योंकि वह बल्ले से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। रहाणे बॉडी-बिल्डर टाइप के खिलाड़ी नहीं हैं, जो लंबे छक्के मार सकें, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट बहुत शानदार है। गैप में शॉट खेलना उनकी योग्यता है, साथ ही वह विकेट के बीच दौड़ते भी अच्छा है। उनकी जगह युवराज को चुना जा सकता है, क्योंकि वह लेफ्ट आर्म स्पिन भी कर सकते हैं। लेकिन रहाणे की मौजूदगी भारतीय टीम के लिए बड़ा प्लस प्वाइंट है।
आराम के बाद कोहली टीम में वापसी कर रहे हैं। इसका मतलब हुआ कि टीम के पास ऐसा खिलाड़ी है, जो रन बनाने के लिए तैयार हैं। उन्हें कितने ओवर खेलने को मिलेंगे, यह ओपनर रोहित-धवन पर निर्भर करेगा, क्योंकि वे भी फॉर्म में हैं। लेफ्ट राइट संयोजन से वे विपक्षी गेंदबाजों के लिए और भी मुश्किल पैदा करते हैं। साथ ही ये बल्लेबाज अच्छी गेंदों पर भी छक्के मारने की क्षमता रखते हैं, जो गेंदबाजों के लिए बुरी खबर है। भारत की फील्डिंग यूनिट इस समय सर्वश्रेष्ठ है और जडेजा के रूप में उनके पास दुनिया का सर्वश्रेष्ठ फील्डर है। अगर धौनी की चोट ठीक नहीं होती है, तो कोहली को कप्तान की भूमिका भी निभानी होगी। पार्थिव पटेल के रूप में भारत के पास एक और ऐसा खिलाड़ी है, जो ओपनिंग कर सकता है। भारत के पास इस समय बहुत सारे विकल्प हैं।
गेंदबाजी में अनुभवी आशीष नेहरा और युवा जसप्रीत बुमराह आखिरी ओवरों में बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहे हैं। उम्मीद है कि अश्विन फिर से गेंदबाजी की शुरुआत करेंगे। यह ऑफ स्पिनर इस समय अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं और भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाएंगे। कुल मिलाकर भारतीय प्रशंसकों के लिए अगले दो महीने काफी रोमांचक होने वाले हैं। लेकिन उन्हें ये भी याद रखने की जरूरत है कि टी-20 फॉर्मेट में किसी भी तरह की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती।
(पीएमजी)