'विराट कोहली पर सवाल उठाने वाले बेवकूफ अब बंद कर लें अपना मुंह'
गावस्कर ने कोहली पर सवाल उठाने वालों को बेवकूफ कहा है....
सुनील गावस्कर का कॉलम
आइपीएल-10 की शुरुआत बहुत ही धमाकेदार रही। गत चैंपियन हैदराबाद ने ठीक वही स्कोर खड़ा किया, जो उसने पिछले साल फाइनल में बनाया था और एक बार फिर वे बैंगलोर की टीम को हराने में कामयाब रहे। साधारण से उद्घाटन समारोह ने जमकर समां बांधा। हैदराबाद के बल्लेबाजों ने शानदार खेल दिखाया, खासतौर से युवराज ने। उनके ट्रेडमार्क शॉट को देखने से खूबसूरत कुछ नहीं हो सकता। जिस ढंग से हैदराबाद ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग की, उसे देख लग रहा है कि उनकी पिछले साल की फॉर्म जारी है। ऐसे में अगर मुस्तफिजुर भी फिट हो जाते हैं, तो उन्हें रोकना मुश्किल होगा।
पिछले सत्र में ढेरों रन बनाने वाले विराट कोहली, एबी डिविलियर्स और केएल राहुल की गैरमौजूदगी बैंगलोर को बुरी तरह से खली। हालांकि पिछले साल भी हैदराबाद ने उन्हें हराने में कामयाबी हासिल कर ली थी और इस बार तो यह काम बहुत ही आसान रहा। कोहली अभी कुछ और मैचों में बाहर बैठ सकते हैं। इससे उन बेवकूफों का मुंह बंद हो जाना चाहिए, जो आखिरी टेस्ट में न खेलने पर उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठा रहे थे। ये लोग जितने मैच अपने देश के लिए खेले नहीं होंगे, उससे ज्यादा तो कोहली अपने देश को मैच जिता चुके हैं। सिर्फ लोकप्रियता के लिए भारतीय कप्तान की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाना सबसे बड़ी बेवकूफी है।
कोई भी टीम हैदराबाद जैसी शुरुआत चाहती है। जीत से शुरुआत करने में लय बनानी आसान रहती है। पिछले साल सुरेश रैना के नेतृत्व में गुजरात ने भी यह काम बखूबी किया था, हालांकि नॉकआउट चरण में वह लड़खड़ा गए। इस साल उनकी निगाहें खिताब पर होंगी। पिछले सत्र में कोलकाता की टीम अपने साथ न्याय नहीं कर पाई थी। इस साल विध्वंसक आंद्रे रसेल की अनुपस्थिति में बाकी खिलाड़ियों को अपने खेल का स्तर उठाना होगा।
गंभीर आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं और अगर उनका बल्ला चला तो कोलकाता विपक्षी टीम को दबाव में लाने वाला स्कोर खड़ा कर सकता है। सुनील नरेन ने आइपीएल में बल्लेबाजों को खूब चकमा दिया है और बहुत ही कम बल्लेबाज उनकी गेंद को समझ पाए हैं। सत्र के इस समय पिच पूरी तरह से टूट चुकी होती हैं, तो नाइटराइडर्स के लिए उनकी भूमिका बड़ी हो सकती है। आइपीएल में अधिकतर टीमें लक्ष्य का पीछा करना पसंद करती हैं, लेकिन हमने हैदराबाद में देखा कि पहले बल्लेबाजी करके भी आसानी से मैच जीता जा सकता है। (पीएमजी)