धर्मशाला में स्पिनरों को नहीं मिलेगी ज्यादा मदद
शुक्रवार को होने वाले दो मैचों में हमें शानदार क्रिकेट देखने को मिल सकता है। खिताब के प्रबल दावेदार भारत के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करने के बाद न्यूजीलैंड का सामना धर्मशाला में अपने बड़े भाई ऑस्ट्रेलिया से होगा।
सुनील गावस्कर का कॉलम
शुक्रवार को होने वाले दो मैचों में हमें शानदार क्रिकेट देखने को मिल सकता है। खिताब के प्रबल दावेदार भारत के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करने के बाद न्यूजीलैंड का सामना धर्मशाला में अपने बड़े भाई ऑस्ट्रेलिया से होगा।
दूसरी ओर क्रिस गेल के हाथों मार खाने के बाद इंग्लैंड अब दक्षिण अफ्रीका का सामना करेगा। कीवियों ने अच्छी रणनीति बनाई थी और एक्स्ट्रा स्पिनर को खिलाने के लिए अपने नियमित तेज गेंदबाज को बाहर बैठाया। उन्हें पता था कि इस पिच पर वे अतिरिक्त स्पिनर को खिला सकते हैं।
हालांकि धर्मशाला में चीजें अलग होंगी। वहां की पिच नागपुर की तुलना में बल्लेबाजी के लिए ज्यादा अच्छी है। यहां गेंद अच्छे से बल्ले पर आती है। भारत की अधिकतर पिचें अब थक चुकी हैं क्योंकि सत्र का अंत काफी करीब है। लेकिन उत्तर भारत की पिचें अभी भी बल्लेबाजी के लिए लिए बहुत अच्छी हैं क्योंकि वहां पिछले महीने तक भी मौसम ठंडा बना हुआ था। इसलिए वे न तो सूखीं और न ही टूटी। हालांकि शाम के मैचों में थोड़ी नमी भी रहेगी।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में शानदार प्रदर्शन के बाद ऑस्ट्रेलिया का मनोबल काफी ऊंचा है। इसलिए वे अपने पहले मैच में पूरी ताकत झोंकना चाहेंगे। बल्लेबाजी क्रम में नियमित ओपनर डेविड वॉर्नर को निचले क्रम में उतारना और उस्मान ख्वाजा से ओपनिंग कराने का उनका दांव बिल्कुल फिट बैठा है।
वॉर्नर मध्यक्रम में आकर अपने आक्रामक शॉट से टीम को जीत दिला रहे हैं। ग्लेन मैक्सवेल और कप्तान स्टीवन स्मिथ भी गेंद को अच्छे से हिट कर रहे हैं। अगर वॉटसन वैसी बल्लेबाजी करते हैं, जैसी उन्होंने भारत के खिलाफ की थी, तो ऑस्ट्रेलिया का बड़ा स्कोर बनना तय है।
टूर्नामेंट में बने रहने के लिए इंग्लैंड को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच जीतना होगा। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने अच्छा काम किया, लेकिन उनके गेंदबाजों ने न सिर्फ बाउंड्री बॉल फेंकी बल्कि बहुत सारी वाइड और नोबॉल भी फेंकी। दक्षिण अफ्रीका अपने अभियान की जीत से शुरुआत करना चाहेगा। बाकी अन्य टीमों की तरह उनकी बल्लेबाजी भी मजबूत है, लेकिन गेंदबाजी को लेकर चिंता बनी हुई है। इमरान ताहिर बेहद चतुराई से गेंद को बल्ले से दूर फेंक रहे हैं, जिस वजह से वह मैच विनर साबित हो रहे हैं।
इसके अलावा महान गेंदबाज डेल स्टेन को इस फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करना होगा तभी दक्षिण अफ्रीका विपक्षी बल्लेबाजों पर अंकुश लगा सकेगा। दोनों मैचों में खूब धूम- धड़ाका और रोमांच देखने को मिल सकता है। वैसे भी टी-2 प्रारूप तो इसी के लिए जाना भी जाता है।